वैश्विक बाजार
वैश्विक बाजार में भी गिरावट का दौर देखने को मिला। इसका असर एशियाई बाजारों में भी रहा। जापान का निक्केई 3 फीसदी लुढ़ककर 20,977.11 के स्तर पर, शंघाई कंपोजिट भी 2 फीसदी लुढ़ककर 3,043.03 फीसदी की गिरावट देखने को मिली। गत शुक्रवार को अमरीकी स्टॉक्स में 3 जनवरी के बाद सबसे अधिक तेजी देखने को मिला। डाओ जोंस 1.8 फीसदी की गिरावट के साथ, एसएंडपी 500 इंडेक्स 1.9 फीसदी की गिरावट के साथ और नैस्डैक भी 2.5 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ था।
वैश्विक मंदी की आशंका
वैश्विक अर्थव्यवस्था को लेकर बीते सप्ताह ही एक बड़ी चिंता सामने आई थी। अमरीकी केंद्रीय बैंक फेडरल रिजर्व ने बताया कि 2018 के बाद ट्रेजरी यील्ड एक साल के न्यूनतम स्तर पर आ गया है। इसी प्रकार यूरोप व जापान से भी खबरें आईं थी। वैश्विक मंदी के मद्देनजर अमरीकी स्टॉक मार्केट में गिरावट का दौर देखने को मिला।
बैंक निफ्टी में उलटफेर
बीते समय में शेयर बाजार में तेजी का सबसे बड़ा कारण निफ्टी बैंक में अच्छी खरीदारी रही। लेकिन, अब इस इंडेक्स में सुस्ती देखने को मिल रही है। वहीं, भारतीय बैंकिंग स्टॉक्स में विदेशी के लिए प्यार दुनियाभर में जाहिर है। विदेशी निवेशों से एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक बैंक और एक्सिस बैंक में अच्छी खरीदारी देखने को मिली है। इन चारों स्टॉक्स में 75 फीसदी की बढ़त रही जिसमें महज कुछ सप्ताह में ही निफ्टी बैंक में करीब 2500 अंकों की तेजी दर्ज की गई।