तिमाही आधार पर मुनाफे में आई गिरावट आपको बता दें कि तिमाही आधार पर कंपनी के मुनाफे में गिरावट देखी गई है। शेयर बाजारों को भेजी सूचना में कंपनी ने कहा कि इंडियन अकाउंटिंग स्टैंडर्ड्स (इंड एएस) के तहत आलोच्य अवधि में परिचालन से उसकी आय 8.9 फीसदी बढ़कर 15,006.3 करोड़ रुपए रही है। एक साल पहले इसी अवधि में यह 13,768.6 करोड़ रुपए थी। वहीं, दिसंबर तिमाही में कंपनी को 2544 करोड़ रुपए का मुनाफा हुआ था। कंपनी बोर्ड ने शेयर बॉयबैक को भी मंजूरी दे दी है।
शेयर बायबैक पर भी कंपनी को मिली मंजूरी पूरे वित्त वर्ष 2018-19 में विप्रो का शुद्ध लाभ 12.6 फीसदी बढ़कर 9,017.9 करोड़ रुपए रहा, जबकि परिचालन आय 7.5 फीसदी बढ़कर 58,584.5 करोड़ रुपए रही। विप्रो के निदेशक मंडल ने 10,500 करोड़ रुपए की बायबैक योजना को मंजूरी दी। इसके तहत वह 32.3 करोड़ शेयर 325 रुपए प्रति इकाई के भाव पर वापस खरीदेगी।
कंपनी ने दी जानकारी कंपनी ने कहा कि उसके कुछ कर्मचारियों के खाते एक फिशिंग अभियान की चपेट में आ गए थे, लेकिन अभी तक इससे किसी भी खाते को कोई भी नुकसान नहीं हुआ है और आगे भी किसी को कोई भी परेशानी न हो इसके लिए जरूरी कदम उठाए गए हैं। बंगलुरु बेस्ड कंपनी ने कहा है कि मामले की जांच में मदद के लिए कंपनी एक स्वतंत्र फॉरेंसिक टीम की सेवाएं भी ले रही है।
Business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार,फाइनेंस,इंडस्ट्री,अर्थव्यवस्था,कॉर्पोरेट,म्युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें patrika Hindi News App.