ये था पूरा मामला
थाना नौहझील क्षेत्र के गांव मिठ्ठौली निवासी राजू मजदूरी करता है और नशा करने का आदी है। इसके चलते आए दिन उसका पत्नी से विवाद होता था। लिहाजा परेशान होकर पत्नी कुछ समय पहले अपनी तीन साल की बेटी अंजलि और 10 माह के मासूम ओमवीर को लेकर अपने मायके चली गई थी और वहीं रह रही थी। सोमवार को राजू अपनी पत्नी को मनाकर बच्चों सहित ससुराल से ले आया। लेकिन रास्ते में उसका फिर से पत्नी से विवाद हो गया और उसने बच्चों को पत्नी से छीन लिया और पत्नी को पीटना शुरू कर दिया। इस बीच पत्नी किसी तरह जान बचाकर वहां से भागी। इसके बाद राजू दोनों बच्चों को अपने साथ ले आया। रात में मासूम भूख से काफी रो रहा था, तो राजू ने उसे ईंटों के ढेर पर पटक दिया। बच्चे की चीख सुनकर पड़ोसी इकट्ठे हो गए। उन्होंने बच्चे को उठाया और राजू को समझाकर बच्चे को उसके हाथ में सौंपा। मंगलवार को सुबह राजू ने दोनों बच्चों की फिर से पिटाई शुरू कर दी। बेटी तो किसी तरह वहां से भाग गई। इस बीच मासूम ओमवीर फंस गया। राजू उसकी गर्दन और पेट पर खड़ा हो गया और बेरहमी से उसे मार डाला।
थाना नौहझील क्षेत्र के गांव मिठ्ठौली निवासी राजू मजदूरी करता है और नशा करने का आदी है। इसके चलते आए दिन उसका पत्नी से विवाद होता था। लिहाजा परेशान होकर पत्नी कुछ समय पहले अपनी तीन साल की बेटी अंजलि और 10 माह के मासूम ओमवीर को लेकर अपने मायके चली गई थी और वहीं रह रही थी। सोमवार को राजू अपनी पत्नी को मनाकर बच्चों सहित ससुराल से ले आया। लेकिन रास्ते में उसका फिर से पत्नी से विवाद हो गया और उसने बच्चों को पत्नी से छीन लिया और पत्नी को पीटना शुरू कर दिया। इस बीच पत्नी किसी तरह जान बचाकर वहां से भागी। इसके बाद राजू दोनों बच्चों को अपने साथ ले आया। रात में मासूम भूख से काफी रो रहा था, तो राजू ने उसे ईंटों के ढेर पर पटक दिया। बच्चे की चीख सुनकर पड़ोसी इकट्ठे हो गए। उन्होंने बच्चे को उठाया और राजू को समझाकर बच्चे को उसके हाथ में सौंपा। मंगलवार को सुबह राजू ने दोनों बच्चों की फिर से पिटाई शुरू कर दी। बेटी तो किसी तरह वहां से भाग गई। इस बीच मासूम ओमवीर फंस गया। राजू उसकी गर्दन और पेट पर खड़ा हो गया और बेरहमी से उसे मार डाला।