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मोटिवेशनल स्टोरी: कूड़ा उठाते देख दिमाग में आइडिया, 11वीं के छात्र ने बना डाली ये मशीन

locationमथुराPublished: Jan 29, 2018 04:02:25 pm

स्टूडेंट्स को कूड़ा उठाते देख दिमाग में आया आइडिया, मेहनत और लगन से किया साकार

सिकांतो मंडल
मथुरा। कहते हैं कि कोई भी बाधा प्रतिभा को आगे बढ़ने से नहीं रोक सकती है। बस जरूरत है मेहनत और लगन की। यह साबित कर कर दिखाया है मथुरा के एक स्कूल में पढ़ने वाले 11वीं के छात्र सिकांतो मंडल ने। स्कूल में छात्र-छात्राओं द्वारा सफाई करने के दौरान आए एक विचार ने उसे कूड़ा उठाने की मशीन बनाने के लिए प्रेरित किया और अपने साइंस टीचर की मदद से उसने ये कर दिखाया। करीब एक महीने के अथक परिश्रम के बाद उसने कूड़ा उठाने की एक मैन्युअल मशीन तैयार की है। मेहनत-मजदूरी कर परिवार का भरण पोषण करने वाले माता-पिता बेटे की इस उपलब्धि पर फूल नहीं समा रहे हैं।
कूड़ा उठाते वक्त दिमाग में आया आइडिया
सिकांतो मंडल ने 10वीं तक की पढ़ाई जयगुरुदेव बाल्य बालक विद्यादान उच्चतर माध्यमिक विद्यालय से की। अब 11वीं की पढ़ाई केआर इंटर कॉलेज से कर रहा है। इस स्कूल में बच्चों को निशुल्क शिक्षा दी जाती है। सिर्फ बच्चों से 15 मिनट के लिए साफ-सफाई कराई जाती है। स्कूल में लड़कियां झाड़ू लगाती हैं। छात्र कूड़ा उठाते हैं। वहीं कुछ बच्चे जब कूड़ा उठाना होता है तो मुंह छिपाकर भाग जाते हैं। यही देखकर सिकांतो के दिमाग में आइडिया आया कि क्यों न ऐसी मशीन बनाई जाए, जिससे कूड़ा उठाने में आनंद आए।
 

टीचर की मदद से बनाई मशीन
छात्र सिकांतो मंडल ने अपने आइडिया के बारे में साइंस टीचर मनोज कुमार को बताया। उन्होंने उसकी पूरी मदद की। सिकांतो ने बताया कि टीचर की मदद से उसने मैन्युअल वेस्ट लिफ्टिंग एंड डंपिंग मशीन कूड़ा मशीन बनाई है। इससे मैन्युअल काम कर सकते हैं। इस मशीन से कूड़ा उठाने में ज्यादा मेहनत नहीं करनी पड़ती बल्कि काम करने में आनंद आता है।
सीएम योगी आदित्यनाथ ने किया सम्मानित
टीचर मनोज बताते हैं कि सिकांतो मंडल ने कड़ी मेहनत और लगन से 20 दिन में कूड़ा उठाने वाली मशीन तैयार की। मशीन को बनाने में महज हजार रुपए की लागत आई है। टीचर ने बताया कि इस उपलब्धि के लिए होनहार छात्र सिकांतो मंडल को लखनऊ में सीएम योगी आदित्यनाथ ने सम्मानित किया। उसे राष्ट्रपति भवन भी बुलाया गया। अब सिकांतो मई में जापान भी जाएगा। उसे वहां भी कई चीजें सीखने को मिलेंगी।
 

पश्चिम बंगाल का रहने वाला है छात्र
सिकांतो मंडल मूलरूप से पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद जिले का रहने वाला है। उसका परिवार करीब 15 साल पूर्व मथुरा आकर रहना लगा। परिवार में माता-पिता और एक बड़ा भाई है। छात्र के पिता प्रशांतो मंडल रिक्शा चलाकर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। मां भी फैक्ट्री में काम करने जाती हैं। बेटे की उपलब्धि पर माता-पिता पर फूले नहीं समा नहीं रहे हैं।
 

मां-बाप को बेटे पर गर्व
सुकांतो मंडल की मां कल्पना मंडल का कहना है कि हम लोग बहुत ही खुश हैं कि हमारा बेटा कुछ अच्छा करके आगे बढ़ रहा है। इसके पिता रिक्शा चलाते हैं और फैक्ट्री में काम करते हैं। वो भी फैक्ट्री में काम करती हैं। भावुक होकर मां कल्पना ने कहा कि हमने कठित हालातों में उसे पढ़ाया-लिखाया है। वो हमारा नाम रोशन कर रहा है। यह देखकर बहुत गर्व होता है।
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