scriptछुट्टी से वापस ड्यूटी लौट रहे सेना के जवान की सड़क हादसे के दौरान मौत | Army jawan died in road accident during returning to duty | Patrika News

छुट्टी से वापस ड्यूटी लौट रहे सेना के जवान की सड़क हादसे के दौरान मौत

locationमथुराPublished: Nov 27, 2019 04:03:03 pm

नायब सूबेदार शिवकुमार के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव राजकीय सम्मान के साथ लाया गया और गार्ड ऑफ ऑनर देकर उनके बड़े बेटे ने शिवकुमार को मुखाग्नि दी।

छुट्टी से वापस ड्यूटी लौट रहे सेना के जवान की सड़क हादसे के दौरान मौत

छुट्टी से वापस ड्यूटी लौट रहे सेना के जवान की सड़क हादसे के दौरान मौत

मथुरा। छुट्टी काट कर वापस ड्यूटी ज्वाइन करने जा रहे सेना के जवान की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। जवान के पार्थिव शरीर को उसके पैतृक गांव हथिया लाया गया और मुखाग्नि दी गई। वहीं परिजनों ने शासन प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है।
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क्षेत्र में शोक की लहर
जानकारी के अनुसार मथुरा के थाना बरसाना के हाथिया गांव निवासी शिवकुमार सेना में नायब सूबेदार के पद पर तैनात थे। वर्तमान में शिवकुमार हाईवे क्षेत्र के नेशनल हाईवे 2 स्थित शिवजी का नगला में रह रहे थे। शिवकुमार विगत दिनों छुट्टी पर आए और छुट्टी खत्म होने के बाद वह ड्यूटी जॉइन करने के लिए जैसलमेर राजस्थान के लिए रवाना हो गए। रास्ते में सेना के जवान शिव कुमार की सड़क हादसे में दर्दनाक मौत हो गई। परिजनों को शिव कुमार के साथ हुए हादसे का पता चला तो पूरे परिवार में शोक की लहर दौड़ गई। जिसने भी यह सुना और अपने आप को रोक नहीं पाया और देखते ही देखते सैकड़ों की संख्या में स्थानीय लोग शहीद जवान के घर पर इकठ्ठे हो गए। क्षेत्र में शोक की लहर दौड़ गई।
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पिता भी दे चुके है सेना में सेवा
बता दें कि शिवकुमार 2007 में सेना में भर्ती हुए। शिवकुमार के बड़े बेटे का नाम कार्तिक है और छोटे बेटे का ऋषभ। नायब सूबेदार शिवकुमार के पार्थिव शरीर को उनके पैतृक गांव राजकीय सम्मान के साथ लाया गया और गार्ड ऑफ ऑनर देकर उनके बड़े बेटे ने शिवकुमार को मुखाग्नि दी। शहीद जवान शिवकुमार के पिता सेना में सेवा दे चुके हैं।
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प्रशासन और शासन से मदद की गुहार
सेना के जवान शिव कुमार के पिता से जब बात की तो उन्होंने कहा कि बेटे की नौकरी को 13 साल हो गए थे और जैसलमेर में पोस्टिंग थी। हम लोग शासन और प्रशासन से यही चाहते हैं जो छोटे-छोटे बच्चे हैं उनके लिए कुछ मदद दी जाए ताकि आने वाले समय में यह लोग अपने पैरों पर खड़े हो सकें।
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