ये था मामला आरोप है कि सुरीरकलां निवासी सत्यपाल और उसके साथी जोगेंद्र के मकान पर कब्जा करना चाहते थे। उसे परेशान करते चले आ रहे थे। पीड़ित जोगेंद्र ने कई बार पुलिस से आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करते हुए थाने में गुहार लगाई लेकिन दबंगों के रसूख के चलते पीड़ित की किसी ने नहीं सुनी और 28 अगस्त को उसने पत्नी सहित कोतवाली में मिट्टी का तेल छिड़क कर खुद को आग लगा ली। पांच दिन से गंभीररूप से झुलसे दम्पति का दिल्ली स्थित सफरजंग हॉस्पिटल में इलाज चल रहा था जहां रविवार की सुबह पीड़ित जोगेंद्र ने उपचार के दौरान दम तोड़ दिया। जबकि उसकी पत्नी चंद्रवती की हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है। रविवार को एडीएम वित्त एवं राजस्व ब्रजेश कुमार पुलिस अधिकारियों के साथ कस्बा सुरीर पहुंचे और पीड़ित परिवार को सरकार की ओर से हरसंभव का भरोसा दिया। हंगामे की स्थिति को देखते हुए सुरीर में बड़ी संख्या में फोर्स तैनात कर दिया है।
पीड़ित का ऑडियो हो रहा वायरल घटना के बाद अब कुछ ऑडियो क्लिप सोशल मीडिया पर वायरल हो रही हैं जिसमें पीड़ित जोगेंद्र ये कहता सुना जा रहा है कि बार बार उसके बयानों को बदलवाया जा रहा है। ऑडियो क्लिप पर खुद को इंस्पेक्टर सुरीर बताने वाला व्यक्ति पूछ रहा है कि जोगेंद्र क्या बात हो गई है जिस पर जोगेंद्र कह रहा कि साहब कह-कह कर बयानों को बदलवा रहे हैं। इस पर इंस्पेक्टर कह रहे हैं कि कोई बयान नहीं बदलवायेगा निश्चिंत रहो। वहीं एक दूसरी ऑडियो में पीड़ित अपने चाचा से बात करते हुए कह रहा है कि किसी ने उसका साथ नहीं दिया, पुलिस भी मुझे फटकार देती। आरोपियों के उत्पात के बारे में कहते हुए कहा पीड़ित कह रहा है कि चाचा मैं खुदकुशी नहीं करता। ऑडियो में पीड़ित ने अपने चाचा को बताया कि घटना से एक दिन पहले शाम को थाने गया था और पुलिस से कहा था कि मेरी रिपोर्ट दर्ज नहीं की तो मैं आग लगा लूंगा लेकिन वहां मौजूद पुलिस वालों ने गाली देकर भाग दिया था। पीड़ित कह रहा है कि जब उसने अपने ऊपर तेल छिड़का तो एक सिपाही ने उसे गाली देते हुए कहा था कि जा नहीं रहा, ड्रामा कर रहा है और कहा कि चार आदमी राजीनामा कर गए जबकि मैंने कोई राजीनामा नहीं किया। अपने चाचा से पीड़ित कह रहा है कि यहां आकर पुलिस वाले मुझ पर दबाब बना रहे हैं। धर्मेंद्र नाम के दरोगा के साथ दो-तीन पुलिस वाले आए और कह रहे हैं कि हमारे बच्चों की नौकरी बचा दे। अगर पुलिस वाले मेरी सुनवाई कर लेते तो में ऐसा क्यों करता। पीड़ित ने अपने चाचा से कहा कि रोजाना एक-दो पुलिस वाले आ रहे हैं और दबाव बना रहे हैं।
बेटे की तहरीर पर 5 के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा कोतवाली में दम्पति द्वारा आत्मदाह के मामले में शनिवार को एक नया मोड़ आ गया जब पुलिस ने पीड़ित जोगेंद्र के बेटे जगदीश की तहरीर पर 5 लोगों के खिलाफ मुकदमा लिखा। जिसमें आरोप है कि आरोपियों ने तेल छिड़ककर जोगेंद्र और उसकी पत्नी चंद्रवती को आग लगाई, जबकि घटना के बाद खुद पीड़ित कह रहा था कि पुलिस द्वारा सुनवाई नहीं करने पर उसने खुद यह कदम उठाया। इतना ही नहीं वायरल ऑडियो में भी पीड़ित पुलिस को सुनवाई नहीं करने पर यह कदम उठाने की बात कह रहा था तो फिर अचानक यह रिपोर्ट पीड़ित जोगेंद्र के बेटे ने आरोपियों के खिलाफ दर्ज कराई है। कहीं इसके पीछे पुलिस अपना बचाव तो नहीं कर रही। इंस्पेक्टर सुरीर रवि त्यागी ने बताया कि पीड़ित जोगेंद्र के बेटे जगदीश की तहरीर पर बबलू, शिम्मो, सत्यपाल, थान सिंह और मोहनश्याम के खिलाफ जानलेवा हमले सहित संगीत धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया है। आरोप है कि आरोपियों ने पहले मारपीट की उसके बाद मिट्टी का तेल छिड़ककर मेरे मां-बाप को आग लगा दी। पुलिस के अनुसार इस मामले में सत्यपाल और मोहनश्याम को अरेस्ट किया जा चुका है जबकि 3 आरोपी फरार हैं। इस मामले में इंस्पेक्टर और दो दरोगाओं को सस्पेंड कर के के बाद शनिवार को सुरीर थाने में तैनात 3 मुंशी शेर सिंह, सौरभ और परमिंदर को लाइन हाजिर कर दिया है।