scriptबाबर के वशंज ने राम मंदिर को लेकर किया ऐसा ऐलान कि देश की राजनीति में मच जाएगी खलबली, योगी को दी खुली चुनौती | Babur's descendants Prince Yakub Habeebuddin Tucy Big announce on Ram | Patrika News

बाबर के वशंज ने राम मंदिर को लेकर किया ऐसा ऐलान कि देश की राजनीति में मच जाएगी खलबली, योगी को दी खुली चुनौती

locationमथुराPublished: Oct 13, 2018 10:07:07 pm

प्रिंस तूसी ने राम मंदिर को लेकर बड़ा दिया है, कहा कि कल हम गोरखपुर में योगी आदित्यानाथ को भी चेलैंज करके आए हैं कि अब आपकी राजनीति चलने वाली नहीं है।

Prince Tusi

बाबर के वशंज ने राम मंदिर को लेकर किया बड़ा ऐलान, सीएम योगी को दी खुली चुनौती

मथुरा। 2019 लोकसभा चुनाव से पहले रामलला जहां थे वहां उन्हें विराजमान कराया जाएगा और जो दल उनके नाम पर राजनीति कर रहे हैं अब उनका खेल नहीं चलेगा। हम रामलला से पहले ही मांफी मांग चुके हैं और एक बार फिर संत और हिन्दुओं के साथ अयोध्या में भगवान राम से मांफी मांगेगे। यह बात बाबर की छटवीं पीढ़ी के वंशज प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तूसी ने अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के तत्वावधान में निकाली जा रही हिन्दू स्वाभिमान यात्रा में शामिल होकर कही। महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष स्वामी चक्रपाणि के साथ प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तूसी वृंदावन पहुंचे।
भगवान राम से मांफी मांगेगे

यहां मीडिया से रूबरु हुए प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तूसी ने कहा कि रामलला से पहले दो बार अयोध्या में मांफी मांग चुके हैं और एक बार फिर भगवान राम से मांफी मांगेगे। उन्होंने कहा कि अब यह मुद्दा खत्म होना चाहिए। मामला सुप्रीम कोर्ट में है और कोर्ट इसे विवादित ढांचा मानता है और झगड़ा जमीन के मालिकाना हक को लेकर है। उन्होंने कहा कि यदि जमीन बाबर की निकलती है तो क्योंकि यह करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का मामला है इसलिए हम बाबर के वंशज होने के नाते उस जमीन पर राम मंदिर के निर्माण के लिए एनओसी देंगे। अलगे महीने वे संतों के साथ राष्ट्रपति से भी मुलाकात करेंगे और कानून बनाकर मंदिर निर्माण की मांग भी रखेंगे। प्रिंस याकूब ने कहा कि यह मेरा वादा है कि 2019 चुनाव से पहले ही अयोध्या में जहां रामलला थे उन्हें वहीं विराजमान कराया जाएगा और इस मुद्दे पर राजनीति करने वाले राजनेतिक दलों का खेल अब नहीं चलेगा।
गोरखपुर में सीएम योगी को दिया चेलैंज

उन्होंने कहा कि कल हम गोरखपुर में योगी आदित्यानाथ को भी चेलैंज करके आए हैं कि अब आपकी राजनीति चलने वाली नहीं है। अब हम हिन्दू- मुसलमान एक हो गए हैं। राम मंदिर करोड़ों हिन्दुओं की आस्था का विषय है इसके साथ खिलवाड़ नहीं कर सकते। हिन्दू और मुसलमान एक हैं और एक रहेंगे। उन्होंने कहा कि विवादित ढ़ांचे पर हम बाबर के वारिश होने के नाते राष्ट्रपति को एनओसी देने जा रहे हैं। मीडिया ने जब प्रिंस याकूब से राजनीति में आने पर सवाल पूछा तो उन्होंने कहा हम किसी पार्टी के साथ नहीं हैं और न ही चुनाव लड़ने को तैयार हैं। हमें न कोई चुनाव लड़ना है और न राजनीति से कोई मतलब है।
भाजपा ने साथ नहीं दिया तो दूसरी पार्टी का साथ लेगें

उन्होंने इस दौरान यह भी स्पष्ट किया कि राम मंदिर निर्माण को लेकर यदि भाजपा साथ नहीं देती है तो मजबूरन किसी दूसरी पार्टी को साथ मंदिर बनवायेंगे। राम मंदिर के पक्ष में खड़े होने पर क्या परिवार के लोग उनके साथ हैं पूछा गया तो उन्होंने कहा कि रामलला का आशीर्वाद हमारे साथ है, बांके बिहारी का आशीर्वाद हमारे साथ है तो योगी जी, मोदी जी की हमें कोई परवाह नहीं है। स्वामी चक्रपाणि ने कहा कि प्रिंस याकूब हबीबुद्दीन तूसी हिन्दू महासभा यात्रा के तहत अयोध्या जा रहे हैं। जहां वह रामलला के दर्शन और शिला पूजन करेंगे। इस मौके पर अतुल गोस्वामी, बिहारी लाल वशिष्ठ, राम विलास चतुर्वेदी, आचार्य बद्रीश सहित कई प्रमुख लोग उपस्थित रहे।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो