आँखों से चश्मा उतार ले जाते हैं बंदर यूं तो उत्तर प्रदेश के अधिकांश जिले बंदरों के आतंक से त्रस्त हैं। जहां बंदरों का प्रवास है, वहां आप कोई काम आसानी से नहीं कर सकते हैं। ठाकुर बांके बिहारी मंदिर के बंदर पूरे खिलंदर हैं। बंदर इस ताक में रहते हैं कि कौन सा श्रद्धालु चश्मा लगाकर आया है। बंदर चुपचाप आता है, श्रद्धालु के कंधे पर बैठता है और आँखों से चश्मा उतार ले जाता है। जब तक श्रद्धालु को इसका अहसास होता है, तब तक बहुत देर हो जाती है।
बंदरों से निजात दिलाएं मथुरा के मोहन श्याम शर्मा ने बताया कि बांके बिहारी मंदिर के आसपास आने वाले श्रद्धालुओं को कुछ लोग सचेत करते रहते हैं कि चश्मा उतारकर सुरक्षित रख लें, नहीं तो बंदर उतार ले जाएगा। जो नहीं मानते हैं, उनका चश्मा बंदर ले ही जाता है। स्थानीय लोग बंदरों के इन हरकतों से खासे परेशान हैं, लेकिन अभी तक कोई उपाय नहीं खोजा जा सका है। उनका कहना है कि बंदरों को सुरक्षित स्थान पर छोड़ा जाना चाहिए, ताकि श्रद्धालु मथुरा के बार में कोई नकारात्मक भाव लेकर न लौटें।