सभी की एकराय मथुरा वृन्दावन नगर निगम चुनाव में यूं तो जनता द्वारा तमाम तरह की समस्याओं को प्रत्याशियों के सामने रखा जा रहा है। लेकिन इन सब में सबसे प्रमुखता के साथ वृंदावन में बंदरों के आतंक की समस्या को रखा जा रहा है। वृंदावन वासियों का कहना है बंदरों के आतंक से स्थानीय जनता के साथ साथ आने वाले देश विदेश के श्रद्धालु भी भारी परेशान हैं वृंदावन के उत्पाती बंदर किसी का चश्मा ले जाते हैं तो किसी का पर्स और उन्हें जब कुछ नजर नहीं आता तो इंसान के ऊपर हमला भी कर देते हैं। बंदरों के हमले से कई लोग अपनी जान भी गवां चुके हैं लेकिन आज तक नगरपालिका हो या स्थानीय प्रशासन,किसी ने बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने की दिशा में आज तक कोई ठोस कार्य नहीं किया। तभी तो अब जनता ने एक राय होकर मन बना लिया है कि जो उनकी इस प्रमुख समस्या को सुनेगा, गंभीरता से लेगा और बंदरों से मुक्ति दिलाएगा उसी को वोट करेंगे। साधु संत दुकानदार, व्यवसाई, मंदिर के पुजारी आने वाकई श्रद्धालु सभी लोग इस मुद्दे पर एकराय है।
कब मिलेगी निजात ? स्थानीय संत देव स्वरूपानंद महाराज ने बताया कि हम पहले भी चाहते थे लेकिन पहले जो भी जनप्रतिनिधि थे उन्होंने कोई भी सुनवाई नही की किसी भी तरह उन्होंने संतुष्ट पूर्ण जबाब नही दिया। कार्य नहीं किया हम लोगों की बहुत सारी इच्छाए हैं। वृन्दावन में बंदरों की बहुत ही बड़ी समस्या है और हर दिन देखा जाता है कि स्थानीय लोग हो या बहार से आये हुए श्रद्धालु आये और जो घटना होती है बंदरों की बजह से होती रहती है । महीने में एक से दो घटना ऐसी हो जाती है कि बंदरों की बजह से अपनी जान गवानी पड़ती है । प्रशासन की नजर में सभी घटनाये रहती है नगर पालिका की तरफ से कोई भी बंदरों के ऊपर काम नही किया गया मुझे उम्मीद है कि नगर निगम की तरफ से इन बंदरों से परेशानी को दूर किया जायेगा । आखिर कब बंदरों से मिलेगी निजात हम लोग ऐसा चाहते है कि ऐसा जन प्रतिनिधि आये जो बंदरो के ऊपर पूर्ण रूप से प्रतिबन्ध लगाए जो समस्या है बंदरों की उससे निजात पा सकें ।