scriptवृन्दावन के इस चामुंडा मंदिर में विराजमान है राधा रानी | chandraghanta mata pooja update in hindi 2017 mathura vrindavan | Patrika News

वृन्दावन के इस चामुंडा मंदिर में विराजमान है राधा रानी

locationमथुराPublished: Sep 24, 2017 08:31:42 am

Submitted by:

Santosh Pandey

प्रदेश ही नहीं बाहर से भी आते हैं मां के भक्त

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मथुरा। नवरात्र शुरु होते ही समूचे ब्रज मंडल में चारों तरफ देवी मां की जय जयकार होने लगी है। पूरा ब्रज मंडल देवी मां के भक्ति में डूब जाता है। राधा और कृष्ण की यह पावन भूमि इस समय देवीमय हो गई है। शनिवार को नवरात्र का तीसरा दिन था इस दिन मां चन्द्राघंटा की पूजा होती है। वृंदावन के प्रसिद्ध चामुंडा शक्तिपीठ पर सुबह से ही देवी मां के भक्तों का तांता लगना शुरू हो गया था।
सुख की होती है प्राप्ति

लोगों ने मंदिर में आकर दूध, यमुना जल, पुष्प आदि पूजा सामग्री से चामुंडा मां का विधिवत अभिषेक किया। अपनी मनोकामना सिद्धि के लिए मां के सामने विनती कर रहे हैं। नवरात्रि के तीसरे दिन चामुंडा पीठ में भक्तों की भारी भीड़ रही। चाहे महिला हो या पुरुष सभी माँ की पूजा कर रहे थे और माँ को खुश करने के लिए अपनी श्रद्धा से व्रत रखकर मनोकामना को पूरा करने के लिए पूजा किया। माँ उनके सभी दुःख और दर्द को दूर कर दें। कहते है की जो भी चामुंडा माँ के मंदिर में पूजा कर दर्शन करता है माता अपनी कृपा हमेशा ही उस पर बनाती है। मंदिर में दर्शन करने जयपुर से आयी महिला श्रद्धालु शालू ने बताया की मैं जयपुर से आयी हुई हूँ और माँ चामुंडा की पूजा कर माता के दर्शन किये वृन्दावन आकर मुझे बहुत ही अच्छा लगा और मंदिर में आकर सुख की शांति प्राप्त हुई। ऐसी मान्यता है कि अगर माँ को अगर मन से पुकारो तो माँ अपने हर भक्त की मनोकामना को पूरी करती है। मैं यही चाहती हूँ की मेरे परिवार के साथ साथ देश में शांति बनी रहे । माँ से कामना करुँगी की हर बार मुझे वृन्दावन में बुलाती रहे यहाँ आकर मन आनंदित हो गया और पूरा रोम रोम माँ की भक्ति में डूब गया।
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chandra ghanta IMAGE CREDIT: patrika
राधा रानी का स्वरुप है माँ चामुंडा

मंदिर के सेवायत पुजारी पंडित राजाराम शास्त्री ने बताया कि ब्रजमंडल में चामुंडा शक्तिपीठ कोई साधारण देवी पीठ नहीं है। ये स्वयं साक्षात राधारानी ही है जो अपने भक्तों की मनोकामनाएं पूर्ण करती हैं। जिसकी जैसी भावना होती है। उसे वैसा ही फल प्राप्त होता है। प्राचीन काल से ये नवरात्र चल रहा है। नौ दिन माँ के चरणों में बैठकर आराधना करता है। सभी कष्ट दूर हो जाते है।
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