काफी समय से थी मांग ऊर्जा मंत्री श्रीकांत शर्मा ने कहा कि वृंदावन और बरासाना को तीर्थ स्थल घोषित करने के लिए वह काफी पहले से प्रयासरत थे। प्रदेश में सरकार बनने के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सामने जब उन्होंने यह बात रखी तभी से इस पर कार्य शुरू कर दिया गया था। बीते दिनों मथुरा दौरे के दौरान मुख्यमंत्री ने साफ कर दिया था कि जल्द ही इसकी अधिकारिक घोषणा कर दी जाएगी। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश सरकार ने समूचे बृज क्षेत्र के विकास के लिए बृज विकास बोर्ड का भी गठन किया है, जिससे बृज की तस्वीर बदल जाएगी।
होटल और पर्यटन व्यवसाय के बहुरेंगे दिन वृंदावन और बरसाना को तीर्थ स्थल घोषित होने के बाद यहां के होटल और पर्यटन व्यवसाय को पंख लगेंगे। अभी तक खस्ता हाल सड़कें, जाम की समस्या और ठहरने की अच्छी व्यवस्था न होने के कारण पर्यटक दिल्ली से आकर वापस लौट जाया करता हैं लेकिन अब जहां तेजी से विकास कार्य होंगे वहीं ठहरने के लिए सरकारी गेस्ट हाउस भी खोले जाएंगे, जिससे पर्यटकों के यहां ठहरने की संभावना बढ़ेगी। इसके साथ ही होटल और पर्यटन व्य़वसाय को पंख लगने के साथ ही यहां के स्थानीय लोगों को रोजगार अवसर भी प्राप्त होंगे।
बृज की संस्कृति होगी संरक्षित वृंदावन बरसाना को तीर्थ स्थल घोषित करने के अब सरकार की तरफ से धार्मिक, एतिहासिक और ब्रज की संस्कृति को संरक्षित करने का काम तेज किया जाएगा। इसके साथ ही कुंड और सरोवरों का सुंदरीकरण किया जाएगा। पौधारोपण का कार्य और तेज किया जाएगा। साथ ही बरसाना और वृंदावन में होने वाले धार्मिक आयोजनों को राजकीय मदद मिलने की संभावना रहेगी।
नॉनवेज पर प्रतिबंध इसके साथ ही वृंदावन बरसाना में अंडा, मांस, मछली और शराब की बिक्री पर रोक लगाई जा सकती है। शहर में कट्टीघरों पर प्रतिबंध लगाया जाएगा। गोशालाओं को अधिक सरकारी मदद दिए जाने के साथ ही गाय की दशा सुधारने के लिए भी ठोस कदम उठाए जाएंगे।