आशुतोष ने अपने ब्लॉग में लिखा है कि यदि संदीप ने किसी अन्य महिला के साथ उसकी रजामंदी से संबंध बनाए हैं तो इसमें गलत क्या है?। उन्होंने कोई जोर जबरदस्ती नहीं की है। न तो उस महिला ने संदीप के परिवार के किसी सदस्य या पुलिस से इसकी शिकायत की। ऐसा भी नहीं है कि संदीप ने किसी काम के एवज में महिला पर ऐसा करने का दबाव बनाया हो। जब ऐसी कोई बात नहीं है और संबंध आम सहमति से बने हैं तो फिर संदीप के चरित्र पर सवाल क्यों उठाए जा रहे हैं।
राजनीतिक इतिहास में ऐसे कई उदारहण है भारत के राजनीतिक इतिहास में ऐसे उदाहरण भरे पड़े हैं जिनमें कई जानी मानी हस्तियों के अन्य महिलाओं से कथित संबंध रहे या फिर वह उनके प्रति आकर्षित हुए।
आम आदमी पार्टी नेता ने इस संबंध में नेहरू और एडविना माउंटबेटन तथा गांधी जी और रवीन्द्र नाथ टैगोर की दूर की रिश्तेदार सरला चौधरी के बीच के रिश्तों का विशेष रूप से जिक्र करते हुए कहा कि नेहरूजी और एडविना के बीच गहरे लगाव के चर्चे उन दिनों आम थें, सारी दुनिया इससे वाकिफ थी।
एडविना के अलावा भी नेहरू जी के अपनी कई सहकर्मी महिलाओं के साथ रिश्तों की खूब खबरें चला करती थीं, तब तो किसी ने इस पर सवाल नहीं उठाया। न ही इन रिश्तों की वजह से उनका राजनीतिक कॅरियर प्रभावित हुआ।
उन्होंने कहा कि गांधी जी के सरला चौधरी के साथ लगाव से उनकी पत्नी कस्तूरबा बहुत परेशान रहती थीं। आशुतोष ने कहा कि वाजपेयी के भी एक महिला के साथ रिश्तों के चर्चे रहे हैं।
पार्टी को उठानी पड़ी शर्मिंदगी आशुतोष ने हालांकि यह माना है कि इन तमाम बातों के बावजूद संदीप की सीडी सार्वजनिक होने से पार्टी को काफी शर्मिंदगी उठानी पड़ी है। आम आदमी पार्टी साफ सुथरी राजनीति करने वाली पार्टी है इसलिए इस मामले में कोई समझौता किए बिना तुरंत कार्रवाई करते हुए मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने आधे घंटे के भीतर संदीप कुमार को मंत्री पद से हटा दिया। दो अन्य नेताओं के खिलाफ शिकायत मिलने पर भी ऐसी ही कार्रवाई की जा चुकी है लेकिन ये मामले भ्रष्टाचार से जुड़े थे जबकि ताजा मामला उनसे थोड़ा अलग है।
उन्होंने कहा कि इसमें संदीप कुमार को एक महिला के साथ अंतरंग क्षण बिताते दिखाया गया है। मैं इस बात से सहमत हूं कि कुमार सार्वजनिक जीवन से जुड़े व्यक्ति हैं और ऐसे व्यक्तियों के आचार-व्यवहार पर सबकी नजर रहती है। अगर वह कुछ असामान्य करते हैं तो इसकी कीमत उन्हें चुकानी पड़ती है। ऐसे व्यक्ति आम लोगों की तरह सामान्य जीवन जीने का लुत्फ नहीं ले सकते लेकिन इसका मतलब यह भी नहीं है कि उन्हें निजी तौर पर कुछ करने का अधिकार नहीं है और अगर वह ऐसा करते हैं तो उनके पीछे पड़ जाना चाहिए।
आशुतोष ने कहा कि संदीप कुमार को बदनाम करने की मंशा से कई टीवी चैनलों पर चलाई गई सीडी सच माने तो हमारे समाज के आंडबर और मीडिया के खोखलेपन को उजागर करती है। देश में बदलते समय के साथ युवाओं के लिए नैतिकता के मानदंड भी पहले जैसे नहीं रह गए हैं। काफी कुछ बदल गया है। प्रख्यात समाजवादी नेता राम मनोहर लोहिया खुद मानते थे कि एक महिला और पुरुष के बीच रजामंदी से बनाया गया संबंध गलत नहीं है। ऐसे में संदीप कुमार की सीडी को लेकर उनका चरित्र हनन करना कतई सही नहीं है।
उन्होंने ऐसा कुछ नहीं किया जो इस देश में पहले कभी नहीं हुआ। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अश्लील सीडी सामने आने के बाद बुधवार की रात को संदीप कुमार को आधे घंटे के भीतर पद से हटा दिया था और साथ ही यह भी कहा था कि संदीप कुमार ने पार्टी और देश को धेाखा दिया है। संदीप कुमार की सीडी को लेकर कांग्रेस और भाजपा ने केजरीवाल पर चौतरफा हमला करते हुए उनसे इस्तीफा देने को कहा है ।