हरियाणा की ओर से लगातार पलायन कर रहे मजदूरों को कोसीकलां मंडी और फरह स्थित हरदयाल कालेज में शेल्टर होम में रोका गया था। खाने पीने की उचित व्यवस्था नहीं होने और जाने के लिए बसों की व्यवस्था नहीं होने पर रविवार को मजदूरों का गुस्सा भड़का तो प्रशासन में हड़कम्प मच गया। वहीं मजदूरों के दर्द को समझते हुए उनकी मदद के लिए कांग्रेस पार्टी भी मैदान में उतर आई और दोपहर को राजस्थान से 500 बसों की व्यवस्था कर दी। इन बसों को यूपी-राजस्थान के बॉर्डर के गांव बहज पर खड़ा किया गया और जिला प्रशासन से परमीशन मांगी लेकिन जिला प्रशासन ने इजाजत नहीं दी।
पूर्व सीएलपी लीडर और वरिष्ठ कांग्रेस नेता प्रदीप माथुर ने बताया कि रात 10 बजे तक सभी बसें बहज गांव पर खड़ी रहीं जिसके बाद सभी बसों को वापस भेज दिया। उन्होंने बताया कि सोमवार को सीएम योगी ने 1 हजार बसों के लिए अनुमति दी है। चलो देर आए दुरुस्त आए।’ कांग्रेस नेता प्रदीप माथुर ने बताया कि प्रियंका गांधी के आव्हान पर राजस्थान से बसों की व्यवस्था की गई है, इससे मजदूरों को उनके गंतव्य तक पहुंचने में आसानी होगी।
साथ ही पूर्व सीएलपी लीडर ने प्रदेश की योगी सरकार पर निशाना साधा और कहा कि पिछले डेढ़ माह से योगी की सरकार सो रही थी। उन्होंने कहा कि 10 दिन पहले प्रियंका गांधी ने उन्हें चिट्ठी लिखी थी। माथुर का कहना है कि जब पीएम केयर फंड में सभी से मदद मांग सकते हैं तो प्रमुख विपक्षी दल से सहयोग क्यों नहीं ले सकते। उन्होंने कहा कि रविवार को सुबह 11 बजे से रात 10 बजे तक बसें खड़ी रही लेकिन परमीशन नहीं दी गई जबकि ऐसे समय में तो इन्हें पहले ही अनुमति देनी चाहिए थी।
उन्होंने कहा कि योगी कुम्भकर्णीय नींद से जागे तो सही, इसका श्रेय भी प्रियंका गांधी को देना चाहता हूं। उन्होंने बताया कि सोमवार को माथुर के कोटवन बॉर्डर पर मौजूद मजदूरों के लिए बसों की व्यवस्था को लेकर जिला प्रशासन से लेकर शासन तक बात करनी पड़ी तब 37 बसें चलाई गईं। उन्होंने कहा कि हम तो मदद कर रहे हैं मजदूरों पर राजनीति तो भाजपा कर रही है। उन्होंने कहा कि हम जिन बसों की व्यवस्था कर रहे हैं उनमें ना कांग्रेस का झंडा लगा रहे न ही पार्टी के किसी नेता का कोई स्टीकर लगा है।