मकर संक्रांति पर हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई यमुना में डुबकी
मथुराPublished: Jan 14, 2017 11:31:00 am
मान्यता है कि मकर संक्रांति पर स्नान कर दान करने से चौदह गुना अधिक पुण्य मिलता है।
makar sankranti celebration
मथुरा। मकर संक्रांति के पर्व पर मथुरा के विश्राम घाट पर श्रद्धालुओं यमुना में डुबकी लगाई। इसके बाद श्रद्धालुओं ने घर्मराज मंदिर में पूजा कर मन्नत मांगी। शनिवार को सुबह से ही मथुरा के विश्राम घाट पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु युमना में स्नान के लिए पहुंचे। स्नान के बाद श्रद्धालुओं ने मंदिर पूजा कर खिचड़ी, गजक, तिल, दाल, उर्द, वस्त्र आदि का दान किया।
ये है मान्यता
मान्यता है कि मकर संक्रांति के दिन दान करने से चौदह गुना अधिक पुण्य मिलता है। यमुना में स्नान से यम फ़ांस से मुक्ति मिलती है और मोक्ष की प्रप्ति होती है। सूर्य पुत्र यमराज ने अपनी बहन यमुनाजी को वरदान दिया था कि जो भी श्रद्धालु यहां आकर कृष्ण की पटरानी यमुनाजी में आज के दिन स्नान कर पूजा और दान करेगा उसे यमराज के दूत लेने नहीं आएंगे। उसे मोक्ष की प्राप्ति होगी। इसी आस्था के साथ हजारों की संख्या में श्रद्धालु मकर संक्रांति पर स्नान कर दान पुण्य करते हैं।
श्रद्धालुओं ने लगाई आस्था की डुबकी
हरियाणा के जिला पलवल से आयीं नमृता बताया कि हम मथुरा पहली बार आये हैं। मकर संक्रांति के दिन आना हमारे लिए बड़े ही सौभाग्य की बात है। उन्होंने यमुना में स्नान पर धर्मराज मंदिर में पूजा-अर्चना की। नमृता ने कहा कि वो अपने परिवार के साथ आगे भी यहां आएंगी।
इसलिए होती है धर्मराज की पूजा
मकर संक्राति के दिन विशेष पूजा की जाती है। पूजा करने से पहले यमुना में डुबकी लगाई जाती है। उसके बाद धर्मराज मंदिर में पूजा की जाती है। मान्यता है कि धर्मराज यमुना मैया से मिलने आए थे और यहीं वो बस गए थे। यमुना ने आज ही के दिन धर्मराज से वरदान मांगा था कि जो भी व्यक्ति यहां आएगा और मेरे जल से स्नान करके आपकी पूजा करेगा तभी उसकी पूजा का फल उसे मिलेगा।