विभिन्न अपराधों में सजा काट रही जिला कारागार में महिला कैदियों की दशा और दिशा बदलने के लिए उन्हें सामाजिक संस्थाएं लगातार प्रेरित करती रहती हैं। सामाजिक संस्थाओं के द्वारा लगातार किए जा रहे प्रयास कारागार में बंद महिलाओं के जीवन को बदल रहे हैं और यह महिलाएं कारागार में ही भगवान की पोशाक बनाने की ट्रेनिंग ले रही हैं। महिलाओं के द्वारा जो पोशाक बनाई गई हैं उन पोशाकों को एक निजी कॉलेज में लगाई गई प्रदर्शनी में लाया गया और ये पोशाक यहां आने वाले लोगों के लिए एक आकर्षण का केंद्र बनी रही।
जिला कारागार के डिप्टी जेलर राजकुमार ने जानकारी देते हुए बताया कि नारी निकेतन, भटके हुए युवाओं, जेल में बंद कैदियों के बेहतर जीवन के लिए प्रयासरत है। राह से भटक गया व्यक्ति भी थोड़े से मेहनत और प्रशिक्षण के बाद सही राह पर आ जाए और जब वह यहां से छूटे तो एक सम्मानजनक जीवन जीने योग्य हो और समाज का एक सशक्त हिस्सा बने। उन्होंने कहा कि जेल या सुधार गृह के बंदियों द्वारा तैयार कलात्मक पोशाकें, मोमबत्तियां, मालाएं और कपड़े के थैले बनाये गए हैं जिन्हें न केवल बहुत ज्यादा पसंद किया गया बल्कि भारी मात्रा में इसकी बिक्री भी हुई।