एसई शहर अजय गर्ग के मुताबिक इस योजना के तहत पंजीकरण कराने के बाद भी भुगतान नहीं करने वाले ऐसे विद्युत उपभोक्ताओं की संख्या देहात में करीब 6 हजार तथा शहर में 15 हजार है। ये वह उपभोक्ता हैं जिन्होंने 30 प्रतिशत भुगतान के साथ पंजीकरण कराया था, बिल संशोधन के बाद बाकी भुंगतान करना था, कई बार समय सीमा बढाये जाने के बाद भी इन लोगों ने शेष धनराशि का भुगतान नहीं किया था।
एसई शहर अजय गर्ग ने बताया कि जो उपभोक्ता ओटीएस में रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं और बिल जमा नहीं कर रहे हैं, उनको अब 30 अप्रैल तक का मौका दिया गया हैं। इसके बाद आरसी जारी कर दी जाएगी। दो हजार रुपये भी डूब जाएंगे और 10 प्रतिशत सरचार्ज भी अतिरिक्त लगाया जाएगा।
राजस्व की इतनी वसूली इससे पहले कभी नहीं हुई। एक महीने 100 करोड रूपये आये हैं, इसके लिए हमें आलाधिकारियों की ओर से बधाई भी दी गई है। आगे यह आंकडा और बड़ा होगा।