ये था मामला गोवर्धन के सबसे बड़े मंदिर गिरिराज दानघाटी के प्रबंधक डालचंद चौधरी पर पौने ग्यारह करोड़ रुपये के गबन का आरोप लगने पर चल रही जांच में शनिवार को अपना पक्ष रखा। पूरे मामले में मानवाधिकार आयोग का प्रशासन को नोटिस मिलने के बाद गोवर्धन एसडीएम जांच कर रहे हैं। मंदिर प्रबन्धक डालचंद चौधरी ने अपने ऊपर लगे आरोपों को साजिश बताया है। जबकि आज ही शिकायतकर्ता ने आरोपों को लेकर सबूत पेश किए हैं। इस प्रकरण में करीब दो साल की सेवा के ठेका की धनराशि का गबन करने का मामला बताया है। शिकायत किये जाने के बाद यह प्रकरण करीब छह माह से चल रहा है लेकिन इस मामले में मानवाधिकार आयोग के संज्ञान लिये जाने के बाद प्रशासन की ओर से जांच टीम गठित की गई। गोवर्धन के मंदिर की प्रशासनिक एवं लेन- देन सम्बन्धी व्यवस्थाओं के सभी दायित्व प्रबन्धक के हैं।
मंदिर प्रबंधक के खिलाफ एफआईआर की मांग वहीं शिकायतकर्ता गिर्राज सेवक समिति के मंत्री रमाकांत कौशिक ने कहा कि प्रबन्धक ठाकुर जी का पैसा ठाकुर जी के खाते में जमा कराएं। वे दो साल से रुपया जमा नहीं करा रहे हैं। इसके पूरे रिकॉर्ड जमा करा दिये हैं कि रुपये का गबन किया है। उन्होंने तत्काल एफआईआर दर्ज कराने को मांग की गई है।
जांच के बाद कार्यवाही वहीं एसडीएम नागेन्द्र सिंह ने बताया कि दोनों के बयान दर्ज किए गए है ,जांच में जो भी पाए जाने कार्यवाहीं की जाएगी।