scriptशौचालय की धनराशि के गबन में बैंक कर्मचारियों की फंसी गर्दन | Embezzlement of toilet money bank Employees Involve | Patrika News

शौचालय की धनराशि के गबन में बैंक कर्मचारियों की फंसी गर्दन

locationमथुराPublished: Nov 21, 2019 11:32:33 am

-जांच आगे बढ़ने के साथ कसता जा रहा है शिकंजा-थाना बल्देव पुलिस ने शक के आधार पर कई लोग उठाये-मास्टर माइंड तक जल्द पहुंचने का पुलिस ने किया दावा

मथुरा। शौचालय निर्माण के लिए ग्राम पंचायतों के खाते में आये पैसों को बैंक कर्मचारियों ने कुछ जालसाजों की मदद से बंदर बांट कर लिया। पहले यह धनराशि 13 लाख रूपए थी। जो अब बढ़ कर 15 लाख रूपए हो गई है। इस घोटाले की परतें लगातार उधड़ रही हैं। शुरूआत में ग्राम प्रधान और सचिव पर शक हुआ जब जांच शुरू हुई तो मिली भगत और करतूत सामने आई। बल्देव विकास खंड की ग्राम पंचायत बंदी, मड़ौरा व गढ़सौली में हुए इस जालसाजी की एफआईआर बीडीओ स्वेतांक पांडेय ने इस मामले में पहली ही थाना बल्देव में रिपोर्ट दर्ज करा दी है। जैसे जैसे इस मामले के तथ्य समाने आ रहे हैं। बैंक कर्मचारियों की संलिप्तता और कारगुजारी पुष्ट हो रही है।
यह भी पढ़ें

छह साल पु राने हत्या के मामले में अदालत ने दोषी को सुनाई उम्रकैद की सजा

बलदेव थानाध्यक्ष राजीव कुमार ने बताया कि इस मामले का खुलासा शीघ्र होगा, इस मामले में सग्दिंध तीन लोगों से पूछताछ भी की है। काफी अहम जानकारी मिली है। मुख्य आरोपी तक पुलिस शीघ्र पहंुच जायेगी। इसके लिये उसके पकडने का पूरा प्रयास किया जा रहा है। मुख्य आरोपी पुलिस की पकड में शीघ्र ही होगा और पूरे मामले का खुलासा जल्द क दिया जायेगा।
यह भी पढ़ें– सपा के गढ़ में कौन बनेगा भाजपा का नया जिलाध्यक्ष, अब भी सस्पेंस बरकरार

बैंककर्मचारियों पर शक हो रहा पुष्ट
-बैंक कर्मचारियों ने तीनों बैंकों के प्रधान और ग्राम विकास अधिकारी के हस्ताक्षरों का मिलान क्यों नहीं किया?
-जनवरी से नवम्बर तक यह धनराशि ग्राम पंचायत के खातों से ट्रांसफर हुई।
-ग्राम विकास अधिकारी द्वारा भेजी गई लाभार्थियों की सूची में जोड दिये जाते थे अतिरिक्त नाम
-ई मेल से आनलाइन भी ग्राम विकास अधिकारी बैंक को भेजाते हैं सूची
-जालसाजों को बैंक से होती रही सूची लीक
-गढसोली ग्राम प्रचायत के ग्राम विकास अधिकारी का स्थानांतरण होने के बाद भी उनके हस्ताक्षर से ही जारी होती रही रकम
-गढसौली ग्राम पंचायत के खाते से मडोरा ग्राम पंचायत के लाभार्थियों को पैसा हो गया ट्रांसफर
-बंदी ग्र्राम पंचायत के ग्राम विकास अधिकारी का नाम तेज सिंह कवरिंग लेटर पर लिखा गया है जबकि इस नाम का कोई ग्राम विकास अधिकारी बल्देव ब्लाक में नहीं है।

वर्जन
इस मामले को दबाने का प्रयास लगातार जारी है। भाकियू की आंदोलन की चेतावनी के बाद प्रशासन हरकत में आया है। अभी भी कुछ लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। भाकियू दूध का दूध पानी का पानी इस मामले में चाहती है।
-राजकुमार तौमर, जिलाध्यक्ष भाकियू

वर्जन
गठित की गई तीन सदस्यीय समिति ने अपनी कार्यवाही व जांच पडताल शुरू दी है। फर्जीवाडे की परतें लगातार खुल रही हैं। फर्जीवाडे का पूरा खुलासा शीघ्र होगा। इसके लिये पूरे प्रयास प्राथमिकता से किये जा रहे हैं। भविष्य में ऐसा फर्जीवाडा न हो इसके लिये पूरे प्रयास किये जाएंगे।
-श्वेतांक पांडेय, बीडीओ बल्देव
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो