गुरूवार को मथुरा के पूर्व सांसद जयंत चौधरी ने गांव मगोर्रा में आयोजित एक किसान बैठक भाग लेने के लिए पहुँचे। किसानों को मंच से संबोधित करते हुए उन्होने कहा कि जब किसानों ने इस बिल की मांग ही नहीं की तो सरकार इस बिल को जबरन क्यों थोप रही है। यही वजह है कि किसान विरोध के लिए सडकों पर पडे हुए हैं। और सरकार अपनी हठधर्मिता पर उतारु है। जो सरकार किसानों के साथ छलावा करे उसे सत्ता में रहने का कोई हक नहीं है। किसान विरोधी बिल की वापसी के लिए आज मंगोरा में महापंचायत का आयोजन किया गया। जिसमें बडी संख्या में किसान अपनी एकजुटता दिखायेंगे। वहीं से किसान आंदोलन के लिए भी रुख करेंगे। मोदी सरकार दमनकारी सरकार है। जो देश में हिटलर शाही राज कर रहे है। आज देश का अन्नदाता 80 दिनों से लगातार काले कानून के विरोध में धरना दे रहा है, लेकिन सरकार अपनी तानाशाही पर अडी है। हाल में ओलावृष्टि से किसानों के फसल में नुकसान के लिए सरकार से उचित मुआवजे की मांग की है।
युवा नेता योगेश चौधरी ने कहा कि मुसलमान देश का दुश्मन नहीं है। नोट बंदी, जीएसटी की मार जनता सहन नहीं कर पा रही थी कि अब किसान बिल थोपकर किसानों को बर्बाद किया जायेगा। लेकिन यह बिल सरकार को हर हाल में वापिस करना ही होगा। अध्यक्षता करते हुए जयंत चौधरी ने कहा कि सरकार को हर हाल में ये काला कानून वापिस लेना ही होगा। अन्यथा सरकार को इसका खामियाजना जरुर भुगतना पडेगा।
Report By – Nirmal Rajpoot