बरसाना और नन्दगांव के बाद होली का धमाल भगवान कृष्ण की जन्मभूमि मथुरा में देखने को मिला।
रंग, गुलाल, फूल और नाच गानों के साथ हुरियारों ने भगवान श्री कृषण की जन्मभूमि पर खूब धूम मचाई।
पूरा जन्मभूमि परिसर राधाक्रष्ण की प्रेम भरी होली के रंग में रंग नजर आया और उड़त गुलाल लाल भये बदरा की गूंज गूंजने लगी।
जन्मभूमि स्थित मंच पर राधा कृषण के स्वरुप के आते ही होली के हुरियारे और हुरियारिनों ने होली के गीतों पर जमकर ठुमके लगाये।
चाहे ब्रज का प्रसिद्ध मयूर नृत्य हो, गागर, जेयर या फिर चरकुला नृत्य हो इन सब पर जमक कर थिरके हुरियारे औऱ हुरियारिन।
यह देखकर वहां उपस्थित स्रद्धालु मन्त्र मुग्ध हो गए और प्रिय प्रियतम के रंग में रंग गए।
लीला मंच पर जैसे ही राधा क्रष्ण के स्वरुप तथा उपस्थित लोगों ने फूलों की होली खेलना शुरू किया तो वहां मौजूद हुरियारे हुरियारिन अपने आप को रोक न सके।
जन्मस्थान पर खेली गई इस अनोखी होली में भाग लेकर श्रद्धालु अपने को धन्य समझ रहे थे।
क्योंकि एक तो यह भूमि स्वयं भगबान क्रिशन की जन्मस्थली और इसके बाद यहाँ नाच गाना ,फूल,रंग,गुलाल,तथा लाठियों का मिश्रण जो की पूरे वातावरण को रंग मय कर रहा था।
ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा ने राधा कृष्ण स्वरूप की उतारी।
ऊर्जामंत्री श्रीकांत शर्मा भी पूरी तरह होली के रंग में रंगे नजर आए।