वृंदावन और मथुरा में होली की धूम मची हुई है। बरसाना में लट्ठमार, गोकुल में छड़ीमार तो वृंदावन में फूलों की होली खेली जा रही है। वृंदावन के भक्तेें ने सोमवार को वेदांत मंदिर में राधा-कृष्ण के साथ फूलों की होली खेली। राधा-कृष्ण पर पहले फूल चढ़ाए गए। फिर इन फूलों को भक्तों पर फेंक कर होली खेली गई। पंडित मन्नू त्रिपाठी ने बताया कि जिन फूलों से राधा-कृष्ण को ढका गया, उनको भक्तों में प्रसाद के तौर पर फेंका जाता है। फूलों की होली के दौरान भक्तों ने जमकर डांस किया और एक-दूसरे पर फूल फेंके। खास बात ये रही कि रंग-गुलाल उड़ाने की इजाजत यहां किसी को नहीं थी। इस मंदिर और आश्रम के प्रमुख जगतगुरू रामकमल दांस वेदांती महाराज ने हमें बताया कि रंग गुलाल उड़ाने पर उन्होंने रोक लगाई हुई है। उन्होंने इसकी वजह रंगों में केमिकल की मिलावट को बताया। वृंदावन में मंगलवार को विदेशी कृष्ण भक्तों ने भी फूलों की होली खेली। इस दौरान भक्तों ने डीजे की धुन और भजनों पर जमकर डांस किया। फिर एक दूसरे पर फूल डालकर जमकर होली खेली।
वृंदावन और मथुरा में होली की धूम मची हुई है। बरसाना में लट्ठमार, गोकुल में छड़ीमार तो वृंदावन में फूलों की होली खेली जा रही है। वृंदावन के भक्तेें ने सोमवार को वेदांत मंदिर में राधा-कृष्ण के साथ फूलों की होली खेली। राधा-कृष्ण पर पहले फूल चढ़ाए गए। फिर इन फूलों को भक्तों पर फेंक कर होली खेली गई। पंडित मन्नू त्रिपाठी ने बताया कि जिन फूलों से राधा-कृष्ण को ढका गया, उनको भक्तों में प्रसाद के तौर पर फेंका जाता है। फूलों की होली के दौरान भक्तों ने जमकर डांस किया और एक-दूसरे पर फूल फेंके। खास बात ये रही कि रंग-गुलाल उड़ाने की इजाजत यहां किसी को नहीं थी। इस मंदिर और आश्रम के प्रमुख जगतगुरू रामकमल दांस वेदांती महाराज ने हमें बताया कि रंग गुलाल उड़ाने पर उन्होंने रोक लगाई हुई है। उन्होंने इसकी वजह रंगों में केमिकल की मिलावट को बताया। वृंदावन में मंगलवार को विदेशी कृष्ण भक्तों ने भी फूलों की होली खेली। इस दौरान भक्तों ने डीजे की धुन और भजनों पर जमकर डांस किया। फिर एक दूसरे पर फूल डालकर जमकर होली खेली।