मथुरा। बल्देव के गांव अकोश के मजरा नगला संजा में आज भी तीन दर्जन से अधिक गांवों के ग्रामीण वर्षों पुरानी आपसी मेल मिलाप की परंपरा को पूरे जोश के साथ निभा रहे हैं। रातभर प्रतियोगिता चली। दिन में घुड़दौड़ हुई। करतब देखकर लोक अचंभित रह गए। बल्देव के गांव नगला संजा में मेला और जिकड़ी भजनों का आयोजन किया गया। मेले का मुख्य आकर्षण घोड़ों की दौड़ रही।
घुड़दौड़ में एक दर्जन से अधिक घुड़सवारों ने भाग लिया। रोमांचक प्रतियोगिता में सभी प्रतिभागियों को सम्मानित किया गया। घोड़ों ने इस मौके पर तरह तरह के कारनामे कर लोगों को रोमांचित किया। क्षेत्र में ये आयोजन अपने आप में अनूठा है। दूरदराज से लोग घुड़दौड़ को देखने के लिए आते हैं।
जिकड़ी भजन 41 जिकड़ी भजन गायक मंडलियों ने रात के समय हुई जिकड़ी भजन प्रतियोगिता में भाग लिया। सात मंडलियों को प्रथम पुरस्कार, 8 को द्वितीय पुरस्कार प्रदान किया गया। बाकी मंडलियों को सांत्वना पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया। जिकडी भजन का कार्यक्रम तीन दौर तक चला। आयोजन में ओमवीर सिह प्रधान, बिजेन्द्र सिंह आर्य, डा.धारा सिंह, दलवीर सिंह विद्रोही, कर्मवीर छौंकर, शिव प्रकाश छौंकर, भूरी सिंह प्रधान, सौदान सिंह, कृष्णा छौंकर, चोब सिंह, विजय पाल सिंह, राजू डीके, गीतम सिंह आदि का सहयोग रहा।