1. फूलों में सज रहे हैं, श्री वृन्दावन बिहारी।
और संग में सज रही है वृषभानु की दुलारी। 2. मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है।
करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है।
और संग में सज रही है वृषभानु की दुलारी। 2. मेरा आपकी दया से सब काम हो रहा है।
करते हो तुम कन्हिया मेरा नाम हो रहा है।
3. मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने
क्या जाने कोई क्या जाने
मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने
क्या जाने कोई क्या जाने
मेरी लगी श्याम संग प्रीत ये दुनिया क्या जाने
मुझे मिल गया मन का मीत ये दुनिया क्या जाने
4. मुरली बजा के मोहना क्यों कर लिया किनारा।
अपनों से हाय कैसा व्यवहार है तुम्हारा। 5. हर सांस में हो सुमिरन तेरा,
यू बीत जाये जीवन मेरा। 6. जो तुमको भूल जाए, वो दिल कहां से लाऊं
दिल है तो दिल में क्या है, कैसे तुम्हे बताऊं
अपनों से हाय कैसा व्यवहार है तुम्हारा। 5. हर सांस में हो सुमिरन तेरा,
यू बीत जाये जीवन मेरा। 6. जो तुमको भूल जाए, वो दिल कहां से लाऊं
दिल है तो दिल में क्या है, कैसे तुम्हे बताऊं
7. जब याद तुम्हारी आती है मेरा जी भर भर आता है,
मैं पल पल तुम्हें भुलाती हूं तुम आते हो मुस्काते हो,
मुस्काकर फिर छिप जाते हो क्या यही तुम्हें सुहाता है।
मैं पल पल तुम्हें भुलाती हूं तुम आते हो मुस्काते हो,
मुस्काकर फिर छिप जाते हो क्या यही तुम्हें सुहाता है।