scriptकोरोना टेस्ट को सरकारी अस्पताल में दो घंटे तक भी नहीं आया नंबर, इंतजार करते-करते महिला हुई बेहोश | lady fall unconsious while waiting for her covid test number | Patrika News

कोरोना टेस्ट को सरकारी अस्पताल में दो घंटे तक भी नहीं आया नंबर, इंतजार करते-करते महिला हुई बेहोश

locationमथुराPublished: Apr 21, 2021 03:21:08 pm

Submitted by:

Rahul Chauhan

मथुरा जिला अस्पताल में पति के साथ कोरोना टेस्ट कराने आई थी महिला। आरोप है कि दो घंटे के इंतजार के बाद भी उनका नंबर नहीं आया। अस्पताल में कोविड गाइडलाइन का भी पालन नहीं किया जा रहा।

82adfab7-057f-48e2-a19c-cad7ae1fc158.jpeg
पत्रिका न्यूज नेटवर्क

मथुरा। जिले में स्वास्थ्य सेवाओं की एक बार फिर पोल खुल गई है। कोरोना टेस्ट के लिए जिला अस्पताल के ट्रॉमा सेंटर पहुंची महिला इंतजार करते-करते बेहोश हो गई। बेहोश महिला को देख परिजनों के हाथ पैर फूल गए। जिसके बदा समय पर इलाज देने का दावा करने वाला जिला अस्पताल इन दिनों चर्चा का विषय बना हुआ है। 2 घंटे बाद भी महिला का कोरोना टेस्ट नहीं हो पाया और परिजनों में आक्रोश देखने को मिल रहा है। वहीं महिला के परिजन स्वास्थ्य सेवाओं से संबंधित लोगों को कोसते नजर आए।
यह भी पढ़ें

कहर बनकर टूट रही कोरोना की दूसरी लहर, श्मशान पर लगी शवों की लाइन, हिंडन मोक्ष स्थल पर बिगड़े हालात

दरअसल, जिला अस्पताल के प्रांगण स्थित ट्रॉमा सेंटर में कोरोना की जांच कराने के लिए लोगों को खासी मशक्कत करनी पड़ रही है। आरोप है कि डॉक्टरों के समय पर न पहुंचने के कारण लोग परेशान हैं और कोरोना की जांच कराने के लिए लोग घंटों लाइन में लगकर परेशान होकर वापस लौट जाते हैं। जिला अस्पताल में लचर व्यवस्थाओं के चलते लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। इतना ही नहीं स्ट्रेचर पर लाई गई यह महिला करीब 2 घंटे से ट्रॉमा सेंटर के मुख्य द्वार पर इंतजार करते-करते बेहोश हो गई। लेकिन डॉक्टरों के कान पर जूं नहीं रेंगी।
यह भी पढ़ें

आज से 35 घंटे का लॉकडाउन, जानिये क्या खुलेगा और क्या रहेगा बंद और किसको मिलेगी छूट

ट्रॉमा सेंटर में पत्नी का कोरोना टेस्ट कराने आए अजय नाम के व्यक्ति ने बताया पिछले 2 घंटों से मेरी वाइफ यहां पड़ी हुई हैं कोई भी सुनने को तैयार नहीं है। स्वास्थ्य विभाग का कोई भी कर्मचारी है डॉक्टर सुनने को तैयार नहीं है किसी की जान जाती है तो जाए। जिला अस्पताल में कोई भी कर्मचारी अपने काम को सही से करने की जहमत नहीं उठाता और ना ही कोई आने वाले पेशेंट ओं के साथ अच्छा व्यवहार करता कोई मरता है तो मर ता रहे इन्हें तो वश मतलब है कमरों में बैठकर एक दूसरे के साथ घर की चर्चा करना।
loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो