दरअसल पहाड़गंज नई दिल्ली के रहने वाले अनूप कृष्ण दास उर्फ अनिल नायक ने ग्रेजुएशन करने के बाद एक कंपनी में अच्छे पैकेज पर जॉब भी हासिल कर ली। इस दौरान उसका वृन्दावन में अपने गुरु श्रील भक्ति वेदांत नारायण गोस्वामी के यहां आना जाना रहता था। अनूप कृष्ण दास का कहना है कि वृन्दावन आने के बाद यहां सड़कों पर बेसहारा घूमती गौवंश की सेवा करने का ख्याल मन में आया। गौसेवा करने का जुनून कुछ इस कदर दिलो दिमाग पर छाया की अपनी नौकरी और घर छोड़कर वृन्दावन में आ गए।
उन्होंने बताया कि प्योर गौ सेवा के नाम से वो वृन्दावन में प्रतिदिन 200 से ढाई सौ गायों के लिए सूखा चारा, हरा चारा और चोकर आदि की सेवा गली-गली घूमकर कर रहे हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन को सेवा पर उनक्त करीब 3 हजार रुपया खर्च होता है जो खुद के पास और फेसबुक पेज के माध्यम से डोनेशन के रूप में प्राप्त होता है। अनूप का कहना है पिछले कुछ दिनों से वे बेहद डरे हुए हैं क्योंकि कुछ लोग उन्हें फर्जी मामले में फंसाने और पुलिस का भय दिखाकर डराने का प्रयास कर रहे हैं। उनका कहना है कि इन तथाकथित लोगों के साथ स्थानीय कुछ पुलिसकर्मी भी उन पर दबाब बना रहे हैं।
अनूप कृष्ण दास ने बताया कि वे निस्वार्थ भाव से गौसेवा कर रहे हैं और इसके लिए उन्होंने कुछ टीशर्ट भी प्रिंट कराई है जिनपर केवल प्योर काऊ सेवा लिखा है लेकिन कुछ स्थानीय पुलिसकर्मियों को इससे भी एतराज है और वो इन टीशर्ट को पहनकर गौसेवा करने से उन्हें रोक रहे हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें इतना डर दिया गया है कि अभी इस मामले की शिकायत लेकर वे उच्च अधिकारियों के पास भी जाने से डर रहे हैं लेकिन अब मामले को लेकर पुलिस के आलाधिकारियों से इन तथाकथित लोगों को शिकायत करने का मन बना चुके हैं।