ये है मान्यता मथुरा से करीब 40 किलोमीटर दूर स्थित है गांव तरौली। इस गांव में बना है स्वामी बाबा का मंदिर और कुंड। मान्यता के अनुसार अगर किसी भी व्यक्ति को सफेद दाग, दाद, छाजन जैसी बीमारी है, तो इस कुंड में स्नान करने और कुंड की रज को अपने शरीर पर लेप की तरह लगाने से सभी रोग दूर हो जाते हैं। दिल्ली से आये नरेंद्र ने बताया कि मैं तरौली के स्वामी कुंड में स्नान करने आया हूँ। यहां स्नान करने से रोग दूर हो जाते हैं। मेरे शरीर पर अजीब तरह के दाग थे। देखने में बहुत ही गंदा लगता था। कुंड में स्नान करता हूँ और रज को लेप की तरह अपने शरीर पर लगता हूँ तो दाग काफी कम हो गए हैं । कुंड में स्नान करके स्वामी बाबा के दर्शन करने से मन को सुख और शांति मिलती है। मान्यता के अनुसार, कितना भी पुराना रोग हो, वह कुंड में स्नान करने से ठीक हो जाता है।
शिव का अवतार माना जाता है स्वामी बाबा को
स्वामी बाबा मंदिर के पुजारी सत्य नारायण और पप्पू पंडित ने बताया कि स्वामी बाबा का मंदिर करीब एक हजार साल पुराना है। मंदिर के साइड में कुंड है। उसी कुंड से स्वामी बाबा का जन्म हुआ था। बाबा ने स्वप्न दिया था कि मुझे कुंड में से बाहर निकालकर मेरा मंदिर बनवा दो। उन्होंने ये भी कहा कि कुंड में कुष्ठ रोगी स्नान कर रज अपने शरीर पर लगाएगा तो उसकी बीमारी दूर हो जाएगी। यही कारण है कि यहाँ दूर-दूर से लोग दर्शन करने के लिए आते हैं। स्वामी बाबा को शिव का अवतार भी माना जाता
है ।