यह भी पढ़ें शहीद की अंत्येष्टि में उमड़ा जनसैलाब, पाकिस्तान मुर्दाबाद के नारे, देखें वीडियो
मंत्री ने शहीद के बच्चों को गोद में खिलाया शहीद की पत्नी को कैबनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चैधरी, जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र, एसएसपी बबलू कुमार, विधायक ठा. कारिन्दा सिंह ने ढांढस बंधाया। डीएम ने कहा कि हमारे देश के लिए कुर्बानी दी है। सैनिक की शहादत पर गर्व है। सरकार की मदद के आश्वासन के साथ-साथ व्यक्तिगत मदद भी की जाएगी। शहीद की पत्नी के धैर्य को देखकर गर्व की बात कही। उन्होंने शहीद के सात महीने के छोटे बच्चे को खूब खिलाया। मंत्री लक्ष्मी नारायण ने गोदी में लेकर बच्चे को प्यार-दुलार दिया।
यह भी पढ़ें इस तिरंगा यात्रा को कोई न रोक सका, देखें तस्वीरें
मंत्रियों के खिलाफ नारे
शहीद की अंत्येष्टि के दौरान नगला खुटिया से सटे सौंख-भरतपुर मार्ग पर ग्राम पैंठा तक लंबा जाम लग गया। हजारों का सैलाब शहीद के दर्शनों के लिए उमड़ पड़ा। जिसने भी सुना उधर ही दौड़ पड़ा। शहीद के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद लोगों में सहानुभूति हो गई। लोग शहीद के परिजनों के लिए मांग करने लगे। सौंख मार्ग पर भीड़ के सैलाब में केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के मंत्रियों के खिलाफ नारे लगाये गये। केन्द्रीय गृहमंत्री, रक्षामंत्री व सांसद को बुलाने की मांग पर अड़ गए। कई बार नोंक-झोंक भी हुई। बाद में कैबिनेट मंत्री की ओर से शहीद की विधवा पत्नी को नौकरी, सहायता राशि का चेक, चार से पांच एकड़ जमीन, कुटिया मार्ग को शहीद को दर्जा देकर नव निर्माण, शहीद स्मारक आदि की घोषणा की।
यह भी पढ़ें वतन पर मर मिटने वाले शहीदों का इतिहास ताले में कैद, देखें वीडियो
मंत्री ने शहीद के बच्चों को गोद में खिलाया शहीद की पत्नी को कैबनेट मंत्री लक्ष्मी नारायण चैधरी, जिलाधिकारी सर्वज्ञराम मिश्र, एसएसपी बबलू कुमार, विधायक ठा. कारिन्दा सिंह ने ढांढस बंधाया। डीएम ने कहा कि हमारे देश के लिए कुर्बानी दी है। सैनिक की शहादत पर गर्व है। सरकार की मदद के आश्वासन के साथ-साथ व्यक्तिगत मदद भी की जाएगी। शहीद की पत्नी के धैर्य को देखकर गर्व की बात कही। उन्होंने शहीद के सात महीने के छोटे बच्चे को खूब खिलाया। मंत्री लक्ष्मी नारायण ने गोदी में लेकर बच्चे को प्यार-दुलार दिया।
यह भी पढ़ें इस तिरंगा यात्रा को कोई न रोक सका, देखें तस्वीरें
मंत्रियों के खिलाफ नारे
शहीद की अंत्येष्टि के दौरान नगला खुटिया से सटे सौंख-भरतपुर मार्ग पर ग्राम पैंठा तक लंबा जाम लग गया। हजारों का सैलाब शहीद के दर्शनों के लिए उमड़ पड़ा। जिसने भी सुना उधर ही दौड़ पड़ा। शहीद के परिवार की आर्थिक स्थिति कमजोर होने के बाद लोगों में सहानुभूति हो गई। लोग शहीद के परिजनों के लिए मांग करने लगे। सौंख मार्ग पर भीड़ के सैलाब में केन्द्र सरकार व राज्य सरकार के मंत्रियों के खिलाफ नारे लगाये गये। केन्द्रीय गृहमंत्री, रक्षामंत्री व सांसद को बुलाने की मांग पर अड़ गए। कई बार नोंक-झोंक भी हुई। बाद में कैबिनेट मंत्री की ओर से शहीद की विधवा पत्नी को नौकरी, सहायता राशि का चेक, चार से पांच एकड़ जमीन, कुटिया मार्ग को शहीद को दर्जा देकर नव निर्माण, शहीद स्मारक आदि की घोषणा की।
यह भी पढ़ें वतन पर मर मिटने वाले शहीदों का इतिहास ताले में कैद, देखें वीडियो
ये भी पहुंचे
आर्मी के कर्नल, सेना के जवान के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक जगदीश कालीरमन, पूर्व ब्लॉक प्रतिनिधि प्रीतम चैधरी, प्रधान प्रतिनिधि तेजवीर सिंह, बाबा कढ़ेरा सिंह विद्यालय के चेयरमैन सुरेश सिंह, हीरा सिंह आदि उपस्थित थे।
आर्मी के कर्नल, सेना के जवान के साथ-साथ पुलिस अधीक्षक जगदीश कालीरमन, पूर्व ब्लॉक प्रतिनिधि प्रीतम चैधरी, प्रधान प्रतिनिधि तेजवीर सिंह, बाबा कढ़ेरा सिंह विद्यालय के चेयरमैन सुरेश सिंह, हीरा सिंह आदि उपस्थित थे।