700 शैया का भवन बनेगा
बता दें कि देशभर में अट्ठारह जगहों पर “अपना घर” संस्था असहायों, लावारसों, वृद्धों व बीमारों को निःशुल्क अपने यहां भर्ती कर पूर्ण सेवा कर उनको सही जीवन प्रदान करने में जुटी है। अपना घर के संस्थापक डॉ. बीएम भारद्वाज व डॉ. माधुरी भारद्वाज ने बताया कि गोवर्धन परिक्रमा मार्ग स्थित वंशीवट सेवाश्रम में भी उनकी टीम ने अपना घर स्थापित कर ऐसे प्रभुओं की सेवा शुरू कर दी है। जल्द ही परिक्रमा मार्ग स्थित कुसुम सरोवर के निकट सात सौ शैय्या के अपना घर भवन का निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। वहां असहायों, निःशक्तों, विक्षिप्तों की सेवा के साथ वृद्धों का भी ठिकाना होगा। इतना ही नहीं, वहां एक विशाल ऑडीटोरियम का भी निर्माण किया जाएगा।
बता दें कि देशभर में अट्ठारह जगहों पर “अपना घर” संस्था असहायों, लावारसों, वृद्धों व बीमारों को निःशुल्क अपने यहां भर्ती कर पूर्ण सेवा कर उनको सही जीवन प्रदान करने में जुटी है। अपना घर के संस्थापक डॉ. बीएम भारद्वाज व डॉ. माधुरी भारद्वाज ने बताया कि गोवर्धन परिक्रमा मार्ग स्थित वंशीवट सेवाश्रम में भी उनकी टीम ने अपना घर स्थापित कर ऐसे प्रभुओं की सेवा शुरू कर दी है। जल्द ही परिक्रमा मार्ग स्थित कुसुम सरोवर के निकट सात सौ शैय्या के अपना घर भवन का निर्माण कार्य शुरू हो जायेगा। वहां असहायों, निःशक्तों, विक्षिप्तों की सेवा के साथ वृद्धों का भी ठिकाना होगा। इतना ही नहीं, वहां एक विशाल ऑडीटोरियम का भी निर्माण किया जाएगा।
देश में 18 स्थानों पर अपना घर
देश के भरतपुर, दिल्ली, बीकानेर जैसे शहरों में कुल संचालित अट्ठारह अपना घर में करीब चार हजार ऐसे लोगों की सेवा की जा रही है, जो कि जीवन की मुख्य धारा से हटकर उपेक्षित हो गए थे। उन्हें ठीक कर उनके परिजनों से मिलाया जा रहा है। क्षेत्रीय विधायक कारिंदा सिंह ने अपना घर संस्था के संस्थापक दंपति डॉ. बीएम भारद्वाज व डॉ. माधुरी भारद्वाज के इस नेक सेवा प्रकल्प की सराहना की। विधायक कारिंदा सिंह ने कहा कि गोवर्धन में निःशक्त और असहाय भी हैं। तमाम साधु-संत ऐसे हैं, जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। आशा है कि ऐसे संत अपना घर में जीवन के अंतिम क्षण शांतिपूर्वक बिता सकेंगे।
देश के भरतपुर, दिल्ली, बीकानेर जैसे शहरों में कुल संचालित अट्ठारह अपना घर में करीब चार हजार ऐसे लोगों की सेवा की जा रही है, जो कि जीवन की मुख्य धारा से हटकर उपेक्षित हो गए थे। उन्हें ठीक कर उनके परिजनों से मिलाया जा रहा है। क्षेत्रीय विधायक कारिंदा सिंह ने अपना घर संस्था के संस्थापक दंपति डॉ. बीएम भारद्वाज व डॉ. माधुरी भारद्वाज के इस नेक सेवा प्रकल्प की सराहना की। विधायक कारिंदा सिंह ने कहा कि गोवर्धन में निःशक्त और असहाय भी हैं। तमाम साधु-संत ऐसे हैं, जिनकी देखभाल करने वाला कोई नहीं है। आशा है कि ऐसे संत अपना घर में जीवन के अंतिम क्षण शांतिपूर्वक बिता सकेंगे।