दुर्भाग्य दूर करने के लिए
नवरात्र में शनिवार के दिन सायं काल के समय उड़द के दो साबुत दाने लेकर उन पर थोड़ा सा दही सिंदूर डालकर पीपल वृक्ष के नीचे 21 बार रखा जाए या उस दिन से शुरू करके लगातार 21 दिन रखा जाए तो व्यक्ति के जीवन में रुकी हुई खुशियां आना शुरू हो जाती हैं। ऐसा करते समय ध्यान रखें कि उपाय करने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखना है।
नवरात्र में शनिवार के दिन सायं काल के समय उड़द के दो साबुत दाने लेकर उन पर थोड़ा सा दही सिंदूर डालकर पीपल वृक्ष के नीचे 21 बार रखा जाए या उस दिन से शुरू करके लगातार 21 दिन रखा जाए तो व्यक्ति के जीवन में रुकी हुई खुशियां आना शुरू हो जाती हैं। ऐसा करते समय ध्यान रखें कि उपाय करने के बाद पीछे मुड़कर नहीं देखना है।
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उड़द की दाल के 4 दाने नवरात्र में शनिवार के दिन प्रातः काल सिर से तीन बार उल्टा घुमाकर कौवे को खिला दें। ऐसा नवरात्र में पड़ने वाले शनिवार से लेकर 7, 11 या 21 शनिवार तक करें। इससे शनि दोष दूर होता है।
उड़द की दाल के 4 दाने नवरात्र में शनिवार के दिन प्रातः काल सिर से तीन बार उल्टा घुमाकर कौवे को खिला दें। ऐसा नवरात्र में पड़ने वाले शनिवार से लेकर 7, 11 या 21 शनिवार तक करें। इससे शनि दोष दूर होता है।
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पंडित नंदकिशोर के अनुसार नवरात्र में माता की विधि विधान से पूजा करने के बाद उड़द की दाल को पिसवाकर उसके दो बड़े बनाए जाएं। शाम को सूर्यास्त के समय इन पर दही और सिंदूर लगाएं। इन बड़ों को पीपल के पेड़ के नीचे रखकर पीपल को प्रणाम करें और पीछे मुड़ के न देखें और घर वापस लौट जाएं। रास्ते में किसी से बात न करें। ऐसा करने से घर में धन और समृद्धि आती है। ध्यान रहे कि इस उपाय को नवरात्र के शनिवार से शुरू करें।
पंडित नंदकिशोर के अनुसार नवरात्र में माता की विधि विधान से पूजा करने के बाद उड़द की दाल को पिसवाकर उसके दो बड़े बनाए जाएं। शाम को सूर्यास्त के समय इन पर दही और सिंदूर लगाएं। इन बड़ों को पीपल के पेड़ के नीचे रखकर पीपल को प्रणाम करें और पीछे मुड़ के न देखें और घर वापस लौट जाएं। रास्ते में किसी से बात न करें। ऐसा करने से घर में धन और समृद्धि आती है। ध्यान रहे कि इस उपाय को नवरात्र के शनिवार से शुरू करें।