मथुरा

खारे पानी के कारण इन दो बीमारियों से बच रहे लोग, है न चौंकाने वाली जानकारी, पढ़िए पूरी खबर…

-मथुरा में संचारी रोग नियंत्रण अभियान चढ़ा परवान -मलेरिया के दर्जन भर रोगी मिले, डेंगू का कोई रोगी नहीं-नौ विभाग दे रहे स्वास्थ्य विभाग को पूरा सहयोग

मथुराJul 23, 2019 / 12:28 pm

suchita mishra

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मथुरा। क्या खारे पानी (Saline water) का कोई लाभ है? आपसे सवाल किया जाए तो तत्काल उत्तर होगा नहीं। लेकिन जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. आरके सिंह कहते हैं कि खारा पानी कम से कम एक मामले में तो फायदेमंद है। जनपद मथुरा (Mathrua) में डेंगू (Dengue) व मलेरिया (Malaria) का इतना प्रकोप नहीं रहता जितना कि पूर्वाचंल के जिलों में रहता है। यहां पानी खारा है। मच्छर मीठे पानी पर भी बैठता है। इसका फायदा भी है कि इस पानी पर मच्छर (mosquito नहीं बैठता। फलस्वरूप मलेरिया और डेंगू कम फैलता है। वह बताते हैं कि पूर्वांचल के गोरखपुर (Gorakhpur) समेत आसपास के नेपाल (Nepal) से लगे जिलों में मलेरिया, डेंगू, फाइलेरिया, जेई आदि रोग ज्यादा होते हैं।
मलेरिया के 11 रोगी मिले
मथुरा के जिला मलेरिया अधिकारी आरके सिंह बताते हैं कि संचारी रोग नियंत्रण अभियान (Communicable disease control) 31 जुलाई तक चलेगा। इस अभियान के पहले दो सप्ताह में जनपद में मलेरिया के 11 रोगी मिल चुके हैं। डेंगू का कोई भी रोगी अभी नहीं मिला है। इसके बावजूद जिले के सभी स्वास्थ्य केंद्र, सामुदायिक स्वास्थ केंद्र, जिला अस्पताल और संयुक्त जिला अस्पताल वृंदावन में आउट डोर में इलाज को आने वाले रोगियों पर नजर रखी जा रही है कि कहीं बुखार से पीड़ित मरीज को मलेरिया या डेंगू के लक्षण तो नहीं हैं।
मच्छर का लार्वा भी नष्ट कराया जा रहा
संचारी रोग नियंत्रण माह में स्वास्थ्य विभाग की देखरेख में मच्छर नाशक फोगिंग आदि उपाय हो रहे हैं। इसमें नौ विभाग स्वास्थ्य विभाग की मदद कर रहे हैं। ये एक माह का ये संचारी रोग नियंत्रण अभियान सिर्फ मलेरिया ही नहीं बल्कि अन्य संचारी रोगों की रोकथाम के लिए भी चलाया जा रहा है। डीडीटी के छिड़काव से बचा जा रहा है। इससे कैंसर जैसी बीमारियां फैलने का खतरा रहता है। गिद्ध पहले ही मर चुके हैं। मच्छर का लार्वा भी नष्ट कराया जा रहा है।
कौन-कौन से विभाग दे रहे सहयोग
संचारी रोग नियंत्रण माह में स्वास्थ्य विभाग तकनीकी सपोर्ट कर रहा है। इस अभियान को देहात में जिला पंचायती राज विभाग कॉडीनेट कर रहा है वहीं शहरी क्षेत्रों में नगर निगम, नगर पालिका व नगर पंचायतें अपने स्तर से फांगिंग करा रही हैं। पंचायत व निकायों में स्वास्थ समितियां बनीं हैं। उनका अलग बजट होता है। अन्य विभाग जैसे बेसिक शिक्षा की ओर से बच्चों में जागरूकता पैदा कर मदद की जा रही है। अन्य विभाग भी जुटे हैं। रैली निकाल कर इस अभियान को प्रारंभ कराया था।
जेडी के निरीक्षण में मथुरा खरा उतारा
शहर व देहात में चल रहे संचारी रोग नियंत्रण अभियान में स्थल निरीक्षण में संयुक्त स्वास्थ्य निदेशक डॉ. सुशील चतुर्वेदी बलदेव के ग्राम राय सिंह का नगला, नगला मोहन और ग्राम छौली में घर-घर जाकर अभियान के बारे में जानकारी ली। स्कूली बच्चों व टीचर्स ने बताया कि एएनएम व आशाओं ने मलेरिया रोग से बचने के बारे में उन्हें स्कूल में आकर बताया था। जेडी के साथ जिला मलेरिया अधिकारी डा. आर के सिंह साथ में थे। स्कूलों में बच्चों से- ‘हर रविवार मच्छर पर वार’ स्लोगन दिया है, ताकि वे रविवार को छुट्टी वाले दिन जमा पानी को साफ करें।
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