ये था मामला
जानकारी के मुताबिक गोवर्धन थाना क्षेत्र के छटींकरा रोड पर मुखराई तिराहे के पास सात मई की रात को अज्ञात बदमाशों ने राल निवासी 50 वर्षीय तपेश पंडित को गोली मार दी थी। गोली लगने से तपेश घायल हो गए थे और घायल अवस्था में उन्हें उपचार के लिए मथुरा के निजी अस्पताल में लाया गया। हालत गंभीर होने के कारण उन्हें दिल्ली के गंगाराम गंगाराम हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया। करीब एक सप्ताह इलाज चलने के बाद 15 तारीख को तपेश पंडित की इलाज के दौरान मौत हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने गुरुवार की दोपहर सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर गोवर्धन थाने पर जमकर प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। गुस्साए ग्रामीणों ने जल्द खुलासे की मांग की है।
जानकारी के मुताबिक गोवर्धन थाना क्षेत्र के छटींकरा रोड पर मुखराई तिराहे के पास सात मई की रात को अज्ञात बदमाशों ने राल निवासी 50 वर्षीय तपेश पंडित को गोली मार दी थी। गोली लगने से तपेश घायल हो गए थे और घायल अवस्था में उन्हें उपचार के लिए मथुरा के निजी अस्पताल में लाया गया। हालत गंभीर होने के कारण उन्हें दिल्ली के गंगाराम गंगाराम हॉस्पिटल में रेफर कर दिया गया। करीब एक सप्ताह इलाज चलने के बाद 15 तारीख को तपेश पंडित की इलाज के दौरान मौत हो गई। गुस्साए ग्रामीणों ने गुरुवार की दोपहर सैकड़ों की संख्या में एकत्रित होकर गोवर्धन थाने पर जमकर प्रदर्शन किया और पुलिस प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। गुस्साए ग्रामीणों ने जल्द खुलासे की मांग की है।
अब तक नहीं हुई गिरफ्तारी
मृतक तपेश के बेटे नगेंद्र शर्मा ने बताया कि उसके पिता 7 मई को रात करीब 11:30 बजे वह राधाकुंड से राल आ रहे थे, तभी उनको गोली मार दी गई। वहां 100 नंबर की गाड़ी को सूचना दी गई। लेकिन जब 100 नंबर की गाड़ी पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने लापरवाही बरतते हुए अपना काम किया। पिताजी को उन्होंने उठाया तक नहीं और न ही किसी तरह का उपचार दिलवाया। पिता जी को जब गोली लगी तो उन्होंने अपने दोस्तों के पास कॉल की तो उनके दोस्त उनके पास आए और उन्हें उठाकर सड़क के किनारे किया। तब से लेकर आज तक पिताजी के हत्यारों का पता नहीं चला है। इसी के चलते हम लोगों ने प्रदर्शन किया है। हम चाहते हैं कि पिता के हत्यारों को जल्द से जल्द सजा हो। पूरे मामले की जानकारी देते हुए सीओ गोवर्धन जगबीर सिंह चौहान ने कहा कि इस मामले में जांच चल रही है। जल्द ही खुलासा किया जाएगा।
मृतक तपेश के बेटे नगेंद्र शर्मा ने बताया कि उसके पिता 7 मई को रात करीब 11:30 बजे वह राधाकुंड से राल आ रहे थे, तभी उनको गोली मार दी गई। वहां 100 नंबर की गाड़ी को सूचना दी गई। लेकिन जब 100 नंबर की गाड़ी पहुंची तो पुलिसकर्मियों ने लापरवाही बरतते हुए अपना काम किया। पिताजी को उन्होंने उठाया तक नहीं और न ही किसी तरह का उपचार दिलवाया। पिता जी को जब गोली लगी तो उन्होंने अपने दोस्तों के पास कॉल की तो उनके दोस्त उनके पास आए और उन्हें उठाकर सड़क के किनारे किया। तब से लेकर आज तक पिताजी के हत्यारों का पता नहीं चला है। इसी के चलते हम लोगों ने प्रदर्शन किया है। हम चाहते हैं कि पिता के हत्यारों को जल्द से जल्द सजा हो। पूरे मामले की जानकारी देते हुए सीओ गोवर्धन जगबीर सिंह चौहान ने कहा कि इस मामले में जांच चल रही है। जल्द ही खुलासा किया जाएगा।