कैसे करती हैं काम, देखेंगे प्रधानमंत्री
बता दें कि 11 सितंबर को वेटरनिरी विवि में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पीएम मोदी यहां आ रहे हैं। पीएम मोदी यहां पशुपालन विभाग द्वारा पशु आरोग्य मेले का शुभारंभ करेंगे। साथ ही प्लास्टिक और पॉलीथिन मुक्त भारत का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी कचरे के ढेर में से प्लास्टिक बीनने या छंटाई करने वाली करीब दो दर्जन महिलाओं से मुलाकात करने के साथ उन्हें सम्मानित करेंगे। नगर निगम द्वारा स्वच्छ भारत मिशन में स्वच्छता ही सेवा के तहत प्लास्टिक कचरा प्रबंधन की स्टॉल लगाई जाएगी। इस स्टॉल पर पीएम मोदी की विजिट के दौरान महिलाएं एक डेमो के जरिए ये दिखाएंगी कि कचरे से कैसे प्लास्टिक को एकत्र करती हैं और बाद में कैसे इस प्लास्टिक को प्रबंधन के लिए भेजा जाता है। इस कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं।
क्या कहती हैं महिलाएं
नई बस्ती निवासी रजिया ने बताया कि 15 साल पहले पति की मौत हो गई। दो छोटे बच्चे थे, जिनकी परवरिश के लिए पिछले 15 साल से कचरा गोदामों पर प्लास्टिक बीनने का काम कर रही है। इसी इलाके की रहने वाली अंजुम ने कहा हम जैसे बदनसीब पीएम मोदी को नजदीक से देख सकेंगे। पीएम हमसे मिलेंगे और हमें सम्मानित करेंगे, यह हमारे लिए गर्व की बात है। हमने तो कभी सोचा ही नहीं था। 40 वर्षीय महिला नाजरा ने बताया कि वो पिछले करीब 18 सालों से कचरा गोदामों पर प्लास्टिक बीनने का काम करती हैं और इसके लिए इन्हें दिहाड़ी मजदूरी चार सौ रुपये मिलती है। नाजरा ने बताया कि पति विकलांग हैं और बच्चों का पेट पालने का कोई और सहारा नहीं है। उन्होंने बताया कि हमें जब परसों से जब ये पता चला है कि पीएम मोदी हमसे मिलेंगे और सम्मानित करेंगे, तब से हम बहुत खुश हैं। पीएम मोदी से भी हम मिल सकेंगे यह तो सपने में भी नहीं सोचा था। नईबस्ती रेलवे फाटक के समीप रहने वाली रजिया का कहना है कि मोदी जी से हम गरीब भी मिल सकेंगे, इसकी हमें तो उम्मीद ही नहीं थी। नईबस्ती क्षेत्र की 9 महिलाओं सहित करीब दो दर्जन महिलाएं पीएम को डेमो दिखाएंगी।
बता दें कि 11 सितंबर को वेटरनिरी विवि में आयोजित कार्यक्रम में शामिल होने के लिए पीएम मोदी यहां आ रहे हैं। पीएम मोदी यहां पशुपालन विभाग द्वारा पशु आरोग्य मेले का शुभारंभ करेंगे। साथ ही प्लास्टिक और पॉलीथिन मुक्त भारत का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान पीएम मोदी कचरे के ढेर में से प्लास्टिक बीनने या छंटाई करने वाली करीब दो दर्जन महिलाओं से मुलाकात करने के साथ उन्हें सम्मानित करेंगे। नगर निगम द्वारा स्वच्छ भारत मिशन में स्वच्छता ही सेवा के तहत प्लास्टिक कचरा प्रबंधन की स्टॉल लगाई जाएगी। इस स्टॉल पर पीएम मोदी की विजिट के दौरान महिलाएं एक डेमो के जरिए ये दिखाएंगी कि कचरे से कैसे प्लास्टिक को एकत्र करती हैं और बाद में कैसे इस प्लास्टिक को प्रबंधन के लिए भेजा जाता है। इस कार्यक्रम की तैयारियां अंतिम चरण में चल रही हैं।
क्या कहती हैं महिलाएं
नई बस्ती निवासी रजिया ने बताया कि 15 साल पहले पति की मौत हो गई। दो छोटे बच्चे थे, जिनकी परवरिश के लिए पिछले 15 साल से कचरा गोदामों पर प्लास्टिक बीनने का काम कर रही है। इसी इलाके की रहने वाली अंजुम ने कहा हम जैसे बदनसीब पीएम मोदी को नजदीक से देख सकेंगे। पीएम हमसे मिलेंगे और हमें सम्मानित करेंगे, यह हमारे लिए गर्व की बात है। हमने तो कभी सोचा ही नहीं था। 40 वर्षीय महिला नाजरा ने बताया कि वो पिछले करीब 18 सालों से कचरा गोदामों पर प्लास्टिक बीनने का काम करती हैं और इसके लिए इन्हें दिहाड़ी मजदूरी चार सौ रुपये मिलती है। नाजरा ने बताया कि पति विकलांग हैं और बच्चों का पेट पालने का कोई और सहारा नहीं है। उन्होंने बताया कि हमें जब परसों से जब ये पता चला है कि पीएम मोदी हमसे मिलेंगे और सम्मानित करेंगे, तब से हम बहुत खुश हैं। पीएम मोदी से भी हम मिल सकेंगे यह तो सपने में भी नहीं सोचा था। नईबस्ती रेलवे फाटक के समीप रहने वाली रजिया का कहना है कि मोदी जी से हम गरीब भी मिल सकेंगे, इसकी हमें तो उम्मीद ही नहीं थी। नईबस्ती क्षेत्र की 9 महिलाओं सहित करीब दो दर्जन महिलाएं पीएम को डेमो दिखाएंगी।