उल्लेखनीय है कि 6 दिसंबर के दिन ही बाबरी विध्वंस की बरसी है। इसी दिन चार हिंदूवादी संगठनों अखिल भारतीय हिन्दू महासभा, नारायणी सेना, श्रीकृष्ण मुक्ति दल और श्रीकृष्ण जन्मभूमि निर्माण न्यास ने शाही ईदगाह मस्जिद में भगवान श्रीकृष्ण का जलाभिषेक करने का ऐलान किया है। भगवान श्रीकृष्ण की प्रतिमा स्थापित करने के लिए अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने प्रशासन से अनुमति मांगी है, लेकिन प्रशासन ने अनुमति देने से साफ मना कर दिया है। इसके साथ ही मथुरा शहर में माहौल को बनाए रखने के लिए जगह-जगह फोर्स को तैनात कर दिया है। बाहर से आने जाने वाले लोगों को सघन चेकिंग के बाद ही श्री कृष्ण जन्मस्थान और उसके आसपास के इलाके में प्रवेश दिया जा रहा है। भूतेश्वर, डीग गेट, अग्रसेन चौराहा, श्री कृष्ण जन्मस्थान के तृतीय द्वार सहित करीब आधा दर्जन से अधिक स्थानों पर पुलिस बल की तैनाती की गई है।
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साध्वी निरंजन ज्योति अखिलेश यादव से माफी मांगने को कहा, बोली… वाहनों के प्रवेश पर लगाई रोक एसपी सिटी एमपी सिंह ने बताया कि श्री कृष्ण जन्मभूमि के पास मस्जिद की सुरक्षा के लिए चार सुपर जोन बनाकर 8 सेक्टरों में बांटा गया है। मस्जिद की सुरक्षा के दृष्टिगत पुख्ता इंतजाम किये गए हैं। तीन हजार पुलिसकर्मी और पीएसी के साथ आरएएफ के जवानों की तैनाती की गई है। मस्जिद के सभी प्रमुख प्रवेश मार्गों पर बैरिकेडिंग की गई है। उन्होंने बताया कि यातायात में भी परिवर्तन किया गया है। साथ ही शाही ईदगाह मस्जिद और श्री कृष्ण जन्म स्थान इलाके में वाहनों का प्रवेश वर्जित है। एसपी सिटी ने बताया कि 43 पॉइंट पर एयर फोर्स तैनात की गई है।
दंगा निरोधक दस्ता भी तैयार शाही ईदगाह मस्जिद के प्रवेश द्वार की सुरक्षा की जिम्मेदारी सीओ सिटी को सौंपी गई है। सीओ अभिषेक तिवारी ने बताया कि सुरक्षा के पर्याप्त इंतजाम किए गए हैं। ड्रोन कैमरे से निगरानी की जा रही है। कोशिश होगी कि कोई भी असामाजिक तत्व कोई हरकत नहीं कर सके। दंगा निरोधक दस्ता भी पूरी तरह से तैयार है। सुरक्षा के मद्देनजर मथुरा के हर मुख्य प्वाइंट पर फोर्स तैनात की गई है।