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इस सीएचसी में इलाज के लिए आने से पहले सोचने को मजबूर हुए मरीज

locationधौलपुरPublished: Oct 06, 2016 02:25:00 pm

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कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बढ़ते बुखार के मरीजों को लेकर चल रहा अव्यवस्था का आलम बढ़ता ही जा रहा है। अस्पताल में एक बार फिर दवाई खत्म हो जाने के कारण इलाज के लिए आ रहे मरीजों को बाजार से दवा खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

कस्बे के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर बढ़ते बुखार के मरीजों को लेकर चल रहा अव्यवस्था का आलम बढ़ता ही जा रहा है। अस्पताल में एक बार फिर दवाई खत्म हो जाने के कारण इलाज के लिए आ रहे मरीजों को बाजार से दवा खरीदने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर तीन में से एक चिकित्सक के बीमार हो जाने के कारण 2 चिकित्सकों के भरोसे ही 800 मरीजों का आउटडोर संचालित हो रहा है।भर्ती मरीजों का आंकड़ा भी 100 से अधिक चल रहा है। ऐसी स्थिति में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर उपचार के लिए आने वाले मरीजों के लिए परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जांच योजना ठप

इलाज के लिए आने वाले मरीजों की जांच भी पर्याप्त व सही मायने में नहीं हो पा रही है। सीबीसी मशीन द्वारा मरीजों के सैंपल लेकर जांच तो की जा रही है, लेकिन परिणाम के नाम पर खानापूर्ति की जा रही है।
चिकित्सालय में जांच के नाम पर मरीजों को थमाई जा रही सीबीसी की पर्ची में हीमोग्लोबिन, डब्ल्यूबीसी, प्लेटलेट्स आदि सामान्य से कई गुना अधिक आ रहा है। ऐसी स्थिति में चिकित्सालय की जांच के मुताबिक उपचार करना मुश्किल हो रहा है।
वहीं स्वास्थ्य केंद्र पर कई महीनों से एक्सरे फिल्म नहीं होने के कारण मरीजों को बाजार से एक्सरे कराने को मजबूर होना पड़ रहा है। इसे लेकर मरीजों द्वारा कई बार विभागीय अधिकारियों से शिकायत भी की गई है, लेकिन आज तक एक्सरे मशीन का मरीजों को लाभ नहीं मिल पा रहा है।
मरीजों की परेशानी, उनकी जुबानी

रामकटोरी मरीज की परिजन सैंपऊ ने बताया कि बेटे को कई दिन से बुखार आ जाने के कारण अस्पताल में इलाज के लिए लेकर आई थी, लेकिन अस्पताल में इंजेक्शन, बोतलों के अलावा डिस्पोजेबल सिरिंज ड्रिप सेट भी बाजार से खरीदने पड़ रहे हैं।
रामबती मरीज सैंपऊ ने बताया कि सरकार की नि:शुल्क दवा योजना के बाद भी यहां से दवाई नहीं मिलने पर मजबूरी में बाजार से दवाई खरीदनी पड़ी है।

अनीता मरीज पिपरौआ ने बताया कि बुधवार के दिन बुखार आने पर अस्पताल में इलाज के लिए आई थी लेकिन निशुल्क दवा योजना होने के बाद भी सारी दवाएं बाजार से खरीदनी पड़ी है।
गर्मी से मरीज हो रहे बेहाल


सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र पर मरीजों के भर्ती वार्ड में कई पंखे खराब होने के कारण भर्ती मरीजों का हाल बेहाल है। वहीं वार्ड के ऊपर के हॉल में मरीज भर्ती किए जाते हैं, वहां विद्युत फिटिंग में खराबी होने के कारण ज्यादातर पंखे बंद पड़े हुए हैं।
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