बता दें कि प्रियंका चतुर्वेदी की जड़ें उत्तर प्रदेश के मथुरा से जुड़ी हैं। उनके पिता पेशे से चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। मथुरा और चतुर्वेदी समुदाय में प्रियंका लाला नाम से मशहूर हैं।
सूत्रों के मुताबिक पार्टी छोड़ने से पहले से भी प्रियंका कुछ कारणों से पार्टी से नाराज चल रही थीं। वे मथुरा से टिकट चाहती थीं, लेकिन टिकट महेश चतुर्वेदी उर्फ महेश पाठक को दे दिया गया। जबकि उनके नाम की घोषणा से पहले तक प्रियंका का नाम आगे चल रहा था। ये वही उद्योगपति महेश पाठक हैं जिनसे विवाद के कारण उनके पिता को चतुर्वेदी समाज की पत्रिका के संपादक के पद से मुक्त कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि मथुरा से महेश पाठक के नाम की घोषणा के बाद से प्रियंका नाराज चल रही थीं। लेकिन मथुरा में कार्यकर्ताओं द्वारा की गई बदसलूकी के बाद उन्हें पार्टी छोड़ने का मौका मिल गया।