राधा रानी का जन्म ब्रज में बड़ी धूमधाम और हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है। बरसाना में ब्रम्हा चल पर्वत के शिखर पर प्राकृतिक सौंदर्य के बीच बने राधा रानी के भव्य मंदिर को श्रीजी मंदिर या लाडली जी के मंदिर के रूप में भी जाना जाता है। राधारानी के इस मंदिर में लाडली का जन्म उत्सव बड़ी धूम-धाम से प्राचीन रीति-रिवाजों और परंपराओं के अनुसार मनाया जाता है। हर बार की तरह इस बार भी राधा रानी का 5245 जन्मोत्सव हर्षोल्लास और आनंद के साथ मनाया गया। मंदिर सेवायत गोस्वामी हो ने बताया कि लाडली जी का जन्म मूल नक्षत्र में हुआ था इसी के चलते अभिषेक भी मूल नक्षत्र में ही किया जाता है। नक्षत्र के अनुसार इस बार ये अभिषेक ब्रह्म मुहूर्त में कराया गया। राधा रानी को जन्मोत्सव के दिन खास प्रकार का श्रंगार और आभूषण धारण कराए जाते हैं। विशेष भोग लगाया जाता है। मंदिर में परंपरागत रूप से शास्त्रीय संगीत के साथ लाडली जी की बधाई का गायन भी किया जाता है ।
Must Read- Radha Ashtami 2017: कान्हा को भगवान श्रीकृष्ण बनाने वाली शक्ति है राधा मंदिर सेवायत रासबिहारी गोस्वामी संजय गोस्वामी ने बताया कि 28 अगस्त की दोपहर से ही राधा अष्टमी उत्सव का परवान चढ़ना शुरू हो गया था। इसी के चलते यहां रात भर भजन कीर्तन सत्संग के कार्यक्रम आयोजन किया गया। हर साल भारी संख्या में श्रद्धालु बरसाना आते हैं। सुबह ब्रह्म मुहूर्त में सभी लोग गहवर वन की परिक्रमा करते हुए राधा रानी जी के महा अभिषेक के दर्शन करते हैं और अपनी आराध्य श्री राधा रानी के दर्शन कर आशीर्वाद प्राप्त करते हैं।
राधा रानी की मस्ती में सराबोर
राधा रानी के जन्मोत्सव के दर्शन करने के लिए आए श्रद्धालु शुभम ने बताया कि यह राधा रानी के दरबार है यहां आकर सभी लोग धन्य हो जाते हैं। राधा रानी की कृपा यहां आने वाले हर श्रद्धालु पर बरसती है जो भी भक्त राधा रानी के दर्शन के लिए आता है वह नाचता गाता और राधा रानी के जयकारे लगाता है सभी लोग यहां आकर लाडली जी की भक्ति में अपने आप को सराबोर कर देते हैं राधा नाम के सिवाय किसी का भी नाम लोगों की जुबां पर नहीं आता।
राधा रानी के जन्मोत्सव के दर्शन करने के लिए आए श्रद्धालु शुभम ने बताया कि यह राधा रानी के दरबार है यहां आकर सभी लोग धन्य हो जाते हैं। राधा रानी की कृपा यहां आने वाले हर श्रद्धालु पर बरसती है जो भी भक्त राधा रानी के दर्शन के लिए आता है वह नाचता गाता और राधा रानी के जयकारे लगाता है सभी लोग यहां आकर लाडली जी की भक्ति में अपने आप को सराबोर कर देते हैं राधा नाम के सिवाय किसी का भी नाम लोगों की जुबां पर नहीं आता।