नंद भवन में विराजमान राधा माधव ने बसंती पोशाक धारण कर दीये भक्तों को दर्शन
- ब्रज में होली का आगाज आज से
- 40 दिन का होली उत्सव की हुई शुरुआत
- नंद भवन में समाज गायन के साथ हुई होली की शुरुआत

पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क
मथुरा. होली उत्सव भगवान श्री राधा कृष्ण की सर्वप्रिय लीलाओं में से एक है। यूं तो होली उत्सव समूचे भारत ही नहीं विश्व में भी मनाया जाता है। बृज की होली की बात ही कुछ अलग है। यहां यह उत्सव पूरे 45 दिन पर्यंत एक अनूठे अंदाज में देखने को मिलता है।
समूचे बृज मंडल में बसंत पंचमी के दिन सबसे पहले ठाकुर जी को गुलाल लगाया जाता है और उसके बाद भगवान के भक्त अपने आराध्य के साथ होली खेलना शुरू कर देते हैं। वही बृज के प्राचीन मंदिरों में होली का समाज गायन प्रारंभ हो जाता है। नंदगांव के विश्व प्रसिद्ध नंद बाबा मंदिर में भी परंपरागत रूप से होली की समाज गायन शुरू हो गया है। इस दौरान मंदिर के सेवायत गोस्वामीगण ढफ, मृदंग, झांझ आदि वाद्य यंत्रों के साथ भगवान राधा माधव की होली लीलाओं का शास्त्रीय संगीत शैली में गायन कर आनंद लेते हैं। नंद भवन में ठाकुर जी के सन्मुख दोपहर में बसंत पंचमी के पदों का बड़े ही सरस भाव से गायन किया गया। इस दौरान दूरदराज के श्रद्धालुओं ने ठाकुर जी के बसंती पोशाक के विशेष दर्शन कर पुण्य लाभ अर्जित किया। इस मौके पर दूरदराज से आए श्रद्धालुओं से जब बात की तो उन्होंने कहा कि बृज में होली के रंग गुलाल दिखने लगा है। बृज में आकर उन्हें विशेष आनंद की अनुभूति हो रही है।
वही मंदिर में समाज गायन की जानकारी देते हुए नंद गाँव स्थित नंद मंदिर के सेवायत पुजारी देवेंद्र गोस्वामी कहा कि बसंत पंचमी से ही मंदिर में होली के कार्यक्रम शुरू हो जाते है। प्रत्येक दिन समाज गायन किया जाएगा।
By - Nirmal Rajpoot
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