ये था मामला
दरअसल मथुरा जंक्शन से एक मालगाड़ी अछनेरा की ओर जा रही थी, तभी अचानक फाटक संख्या 358 पर ये हादसा हो गया। हादसे के बाद तुरंत रेलवे विभाग को सूचित किया गया। जैसे ही रेलवे प्रशासन को हादसे की सूचना मिली, पूरे प्रशासन में अफरा तफरी का माहौल हो गया। आनन-फानन में अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। वहीं मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरे देखकर स्थानीय लोगों की खासी भीड़ देखते ही देखते जमा हो गई। मौके पर पहुंचे रेलवे प्रशासन के अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया और तुरंत रेलवे ट्रैक की मरम्मत करने का कार्य शुरू कर दिया। मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने से रेलवे यातायात भी काफी देर प्रभावित रहा। इस बीच मथुरा से अछनेरा जाने वाली कई ट्रेनें रोक दी गईं। गनीमत ये रही कि इस बार रेलवे की लापरवाही से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
दरअसल मथुरा जंक्शन से एक मालगाड़ी अछनेरा की ओर जा रही थी, तभी अचानक फाटक संख्या 358 पर ये हादसा हो गया। हादसे के बाद तुरंत रेलवे विभाग को सूचित किया गया। जैसे ही रेलवे प्रशासन को हादसे की सूचना मिली, पूरे प्रशासन में अफरा तफरी का माहौल हो गया। आनन-फानन में अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे। वहीं मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरे देखकर स्थानीय लोगों की खासी भीड़ देखते ही देखते जमा हो गई। मौके पर पहुंचे रेलवे प्रशासन के अधिकारियों ने घटनास्थल का जायजा लिया और तुरंत रेलवे ट्रैक की मरम्मत करने का कार्य शुरू कर दिया। मालगाड़ी के डिब्बे पटरी से उतरने से रेलवे यातायात भी काफी देर प्रभावित रहा। इस बीच मथुरा से अछनेरा जाने वाली कई ट्रेनें रोक दी गईं। गनीमत ये रही कि इस बार रेलवे की लापरवाही से कोई बड़ा हादसा नहीं हुआ।
अक्सर होते है हादसे
इस बारे में जब स्थानीय निवासी राम कौशिक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस जगह पर अक्सर रेलवे का कोई ना कोई हादसा होता ही रहता है। लेकिन रेलवे प्रशासन कोई ध्यान नहीं देता। पटरी से नीचे उतरने के कारण मालगाड़ी के तीन डिब्बे क्षतिग्रस्त होने के साथ उस जगह की पटरी भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना जब हमने गेटमैन को दी तब उसने अपने अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया। तब अधिकारी यहां आए। फिलहाल रेलवे की ओर से मालगाड़ी के डिब्बों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है।
इस बारे में जब स्थानीय निवासी राम कौशिक से बात की गई तो उन्होंने बताया कि इस जगह पर अक्सर रेलवे का कोई ना कोई हादसा होता ही रहता है। लेकिन रेलवे प्रशासन कोई ध्यान नहीं देता। पटरी से नीचे उतरने के कारण मालगाड़ी के तीन डिब्बे क्षतिग्रस्त होने के साथ उस जगह की पटरी भी पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई है। उन्होंने बताया कि इसकी सूचना जब हमने गेटमैन को दी तब उसने अपने अधिकारियों को इस बारे में सूचित किया। तब अधिकारी यहां आए। फिलहाल रेलवे की ओर से मालगाड़ी के डिब्बों की मरम्मत का काम शुरू कर दिया गया है।
अधिकारी बोलने को तैयार नहीं
जब हमने इस पूरे मामले पर रेलवे के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो वे कुछ भी कहने से बचते हुए नजर आए।
जब हमने इस पूरे मामले पर रेलवे के अधिकारियों से बात करने की कोशिश की तो वे कुछ भी कहने से बचते हुए नजर आए।