दर्शन के बाद पत्रकारों से वार्ता करते हुए उन्होंने कहा कि जब भी उन्हें मौका मिलता है, वह ठाकुर बांके बिहारी जी की शरण में आते हैं। यहां दर्शन कर उन्हें सुकून मिलता है। वह राज्यपाल बनने से पहले भी ठाकुर जी की शरण में आते रहे हैं। आज वह जिस मुकाम पर हैं, ठाकुर जी की ही कृपा है। वहीं जब उनसे महाराष्ट्र में हो रही उठा पटक के बारे में सवाल किया तो मीडिया के सवालों से बचते नजर आये।