स्टेयरिंग में फंस कर चालक जिंदा जला
गांव जिरोली थाना सासनी जिला हाथरस निवासी मनोज उर्फ बंटी अपने तीन दोस्तों के साथ शनिवार की सायं थाना राया के गांव ढ़कू में अपनी वैगन आर कार से एक परिचित की शादी समारोह में भाग लेने आया था। शादी में सम्मिलित होने के बाद रात्रि ग्यारह बजे मनोज अपने दोस्तों के साथ फरीदाबाद जा रहा था। मथुरा मार्ग पर संस्कार गेस्ट हाउस के समीप अचानक मथुरा की तरफ से तेज गति से आ रहे प्याज से लदे कैंटर संख्या यूपी 25 सीटी 0057 के चालक ने वैगनआर कार में टक्कर मार दी। इसी दौरान कार अनियंत्रित होकर मथुरा की तरफ से राया की ओर घूम कर साइड में बेरिकेडिंग के लगे खम्भे से जा टकरायी और उसमें आग लग गयी। आग लगते ही उसमें सवार तीनों साथी कूदकर बाहर निकल गए। उन्होंने चालक सीट पर बैठे मनोज को बचाने की कोशिश नहीं की। 36 वर्षीय मनोज पुत्र मनोहर लाल बुरी तरह स्टेयरिंग में फंस गया और तड़पता रहा, लेकिन बाहर नहीं निकल सका। आग ने मनोज को अपनी चपेट में ले लिया। उसकी गाड़ी में ही जलकर मौत हो गयी।
गांव जिरोली थाना सासनी जिला हाथरस निवासी मनोज उर्फ बंटी अपने तीन दोस्तों के साथ शनिवार की सायं थाना राया के गांव ढ़कू में अपनी वैगन आर कार से एक परिचित की शादी समारोह में भाग लेने आया था। शादी में सम्मिलित होने के बाद रात्रि ग्यारह बजे मनोज अपने दोस्तों के साथ फरीदाबाद जा रहा था। मथुरा मार्ग पर संस्कार गेस्ट हाउस के समीप अचानक मथुरा की तरफ से तेज गति से आ रहे प्याज से लदे कैंटर संख्या यूपी 25 सीटी 0057 के चालक ने वैगनआर कार में टक्कर मार दी। इसी दौरान कार अनियंत्रित होकर मथुरा की तरफ से राया की ओर घूम कर साइड में बेरिकेडिंग के लगे खम्भे से जा टकरायी और उसमें आग लग गयी। आग लगते ही उसमें सवार तीनों साथी कूदकर बाहर निकल गए। उन्होंने चालक सीट पर बैठे मनोज को बचाने की कोशिश नहीं की। 36 वर्षीय मनोज पुत्र मनोहर लाल बुरी तरह स्टेयरिंग में फंस गया और तड़पता रहा, लेकिन बाहर नहीं निकल सका। आग ने मनोज को अपनी चपेट में ले लिया। उसकी गाड़ी में ही जलकर मौत हो गयी।
सूचना पर थाना प्रभारी रोहन लाल मय फोर्स के घटना स्थल पर पहुंचे और फायर ब्रिगेड कर्मियों को सूचित करते हुए आग बुझाने की कोशिश की। कुछ ही देर में फायर ब्रिगेड की गाड़ी भी घटना स्थल पर पहुंच गई। इसके बाद गाड़ी में लगी आग को किसी तरह बुझाकर चालक के शव को निकलवाकर पोस्टमार्टम को भिजवाया। घटना की तहरीर मृतक के भाई सोनू ने थाना राया में अज्ञात ट्रक चालक के खिलाफ देते हुए मुकदमा दर्ज करवाया है।
साथियों ने दिखाई होती हिम्मत तो बच सकती थी मनोज की जान
मृतक मनोज के परिजनों का कहना था अगर साथियों ने भागने की अपेक्षा थोड़ी सी हिम्मत दिखाई होती तो मनोज की जिंदगी बच सकती थी। मनोज की मौत की खबर से जहां उसके परिवार में शोक है, तो वहीं उसकी पत्नी और बच्चों का बुरा हाल है। मनोज के तीन बच्चे हैं, जिनमें एक लड़का विवेक 13 साल, बेटी निधि शर्मा 10 और काजल 7 साल की है।
मृतक मनोज के परिजनों का कहना था अगर साथियों ने भागने की अपेक्षा थोड़ी सी हिम्मत दिखाई होती तो मनोज की जिंदगी बच सकती थी। मनोज की मौत की खबर से जहां उसके परिवार में शोक है, तो वहीं उसकी पत्नी और बच्चों का बुरा हाल है। मनोज के तीन बच्चे हैं, जिनमें एक लड़का विवेक 13 साल, बेटी निधि शर्मा 10 और काजल 7 साल की है।