नंदी पर सवार दूल्हा बने शिव का स्वरूप रूप देखकर भक्त अभिभूत हो गए।
बारात का जगह-जगह पर शहरवासियों ने स्वागत कर भंडारे का आयोजन किया
शिव बारात श्रीकृष्ण जन्म स्थान से निकली, जो नगर की सभी गलियों से गुजरी।
शिव बारात श्रीकृष्ण जन्म स्थान से निकली, जो नगर की सभी गलियों से गुजरी।
शिव बारात श्रीकृष्ण जन्म स्थान से निकली, जो नगर की सभी गलियों से गुजरी।
शिव बारात श्रीकृष्ण जन्म स्थान से निकली, जो नगर की सभी गलियों से गुजरी।