ट्रेन यात्री के रिपोर्ट दर्ज कराने के बाद जीआरपी ने मोबाइल को सर्विलांस पर लगा दिया, लेकिन मोबाइल की लोकेशन नहीं मिली। मई महीने में मोबाइल चालू किया गया। यह मोबाइल दिल्ली की एक लड़की के पास था। सर्विलांस टीम ने यह जानकारी एसआइ शिवपाल सिंह को दी।
राजकीय रेलवे पुलिस दिल्ली में युवती के घर गई। पुलिस को देख लड़की के घरवाले घबरा गए। जिस समय जीआरपी युवती के घर पहुंची थी, तब वह घर पर नहीं थी। पुलिस ने घरवालों को चोरी के मोबाइल के बारे में बताया। घर के लोगों से मोबाइल जमा करने को कहा गया। घर के लोगों ने युवती को फोन किया और मोबाइल की जानकारी दी। उस समय युवती मेट्रो ट्रेन में सफर कर रही थी। युवती को पता चला कि मोबाइल चोरी का है तो उसने मोबाइल ट्रेन में ही तोड़कर फेंक दिया।
घरवालों को गुमराह करने के बाद लड़की ने सच बताया, उसके साथ कॉलेज में आगरा का एक लड़का पढ़ता है। उस लड़के ने ही ये मोबाइल गिफ्ट किया है। लड़की के घर के लोगों ने युवक को मोबाइल की जानकारी दी और घर बुलाया। युवक ने बताया की मोबाइल उसने आगरा में एक युवक से खरीदा था। रेलवे पुलिस मोबाइल बेचने वाले युवक की तलाश कर रही है। थाना जीआरपी क्राइम प्रभारी जितेंद्र कुमार ने बताया कि लड़की को मोबाइल उसके दोस्त ने दिया था। युवती मोबाइल तोड़कर फेंकने की बात कह रही है। इस बात की जीआरपी जांच कर रही है।