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नवम्बर का महीना और कार में आग, आखिर माजरा क्या है?

locationमथुराPublished: Nov 14, 2019 12:24:28 pm

Submitted by:

suchita mishra

 
– जानिए चलती कार में आखिर क्यों लग जाती है आग।- मथुरा में लगातार दो दिन सामने आयीं चलती कार में आग की घटनाएं।- मंगलवार को यमुना एक्सप्रेस वे पर कार के अंदर जिंदा जल गया था कारोबारी।- नवम्बर माह में दौड़ते वाहन में आग लगने की बुधवार को चौथी घटना हुई है।

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मथुरा। जनपद की सीमा में चलती कार में आग लगने की घटना लगातार मंगलवार और बुधवार को सामने आयीं। इन दो घटनाओं से पहले नवम्बर के महीने में चलते वाहन में आग की दो और घटनाएं सामने आ चुकी हैं। मंगलवार की घटना की बात करें तो इसमें एक चांदी कारोबारी की मौत हो गई थी। चांदी कारोबारी टीकम सिंह आगरा से मथुरा अपने कारोबार के संबंध में जा रहे थे, इसी दौरान उनकी स्विफ्ट डिजायर कार में अचानक धुआ निकलने लगा। देखते ही देखते कार से आग की तेज लपटें निकलने लगी और कारोबारी कार में ही फंस गए व जिंदा जलकर उनकी मौत हो गई।
वहीं दूसरी घटना 13 नवंबर बुधवार को हुई। सदर थाना क्षेत्र स्थित बाढ़पुरा में गुप्ता नर्सिग होम के पास चलती कार मारुति ओमनी वैन यूपी 85 एम 0681 में अचानक आग लग गई। आग लगने पर कार में सवार मामा भांजे ने किसी तरह चलती कार से कूदकर जान बचाई। कुछ दूर तक कार बिना ड्राइवर के ही चलती चली गई। इसके बाद अचानक रुक गई। कार में आग लगने से टैंक चौराहे तथा लक्ष्मीनगर के बीच का यातायात बंद हो गया। सूचना मिलने पर करीब डेढ बजे फायरबिग्रेड की गाड़ी मौके पर पहुंची और आग को बुझाकर आवागमन को सुचारू कराया। यह घटना दोपहर करीब एक बजे हुई। जब पानी की सप्लाई के लिए कार के अंदर आरओ की बोतलें लेकर ड्राइवर विष्णु सैनी पुत्र हरीशचंद सैनी अपने मामा हरीश के साथ जा रहा था। इसी बीच अचानक कार ने आग पकड़ ली।
कार में लगा था एलपीजी का घरेलू सिलेण्डर
अग्निशमन अधिकारी संजय कुमार जायसवाल के मुताबिक मारुति कार में एलपीजी का घरेलू गैस सिलेण्डर लगा हुआ था, जिससे गैस लीक होने पर गैस ने आग पकड़ ली। सूचना मिलने पर तत्काल फायर ब्रिगेड की टीम ने मौके पर पहुंच कर आग पर काबू पा लिया। हालांकि इस मामले में ड्राइवर विष्णु सैनी का कहना था कि वह पेट्रोल लेने जा रहा था और गाड़ी को पेट्रोल से ही चलाता है।
नवम्बर माह में सामने आ चुकी चार घटनाएं
-4 नवम्बर को यमुना एक्सप्रेसवे पर ट्रक में लगी आग।
-4 नवम्बर को एनएच टू पर कोसीकलां क्षेत्र में कोटवान सीमा पर कार में लगी आग।
-12 नवम्बर यमुना एक्सप्रेस वे पर कार में लगी आग, जिंदा जला व्यापारी।
-13 नवम्बर मथुरा शहर के अंदर बाढपुरा में गाड़ी में लगी आग।
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ये हैं संभावित कारण

कार में लगती आग की घटनाओं को देखते हुए पत्रिका ने आटामोबाइल एक्सपर्ट मनीष जैन से बात की। मनीष जैन ने जानकारी देते हुए बताया कि कि यदि बैटरी पुरानी हो गई हो, उसका कूलिंग सिस्टम काम न कर रहा हो तो आग लगने की आशंका काफी हद तक बढ़ जाती है। आग लगते ही तेजी से फैलती है क्योंकि इंजन में तेल मौजूद रहता है। इसके अलावा गाड़ी का पेंट, सीटों में लगा फोर्म, सीट कवर आदि आग को तेजी से बढ़ाने में मदद करते हैं और देखते ही देखते कार आग का गोला बन जाती है। वहीं आग लगने के बाद सबसे पहले कार के पावर विंडोज, सीट बेल्ट और सेंट्रल लॉकिंग सिस्टम फेल हो जाते हैं, इसके कारण कार में फंसे व्यक्ति के लिए बाहर निकलना भी मुश्किल हो जाता है।
बचाव के लिए बरतें ये सावधानियां
आग की घटना से बचाव के लिए कार में फायर प्रोटेक्टिंग सिस्टम लगवाएं। इससे कार में शॉर्ट सर्किट होते ही एमसीवी डाउन हो जाती है और सप्लाई बंद हो जाती है। यह सिस्टम कार में जगह जगह लगा होता है। बैटरी के उपर विशेष किस्म का कवर होता है। लिहाजा अगर बैटरी में आग लग भी जाए तो कवर फैलने नहीं देता।
ये सामान रखें पास
1. हथौड़ी: ये आपको कार के शीशे को तोड़ने में मदद करेगा।
2. कैंची: अगर सीट बेल्ट लॉक हो जाए तो कैंची की मदद से आप उसे काट सकते हैं।3. अग्निशामक: आग लगने की स्थिति में छोटा सा अग्निशामक आपकी मदद कर सकता है। इसकी मदद से आप आग पर काबू पा सकते हैं।
ऐसा भूलकर भी न करें
1. अगर आपकी कार में आग लग जाए तो उसे कभी भी पानी से बुझाने की कोशिश ना करें इससे शॉर्ट सर्किट की आशंका और बढ़ जाती है।
2. कार की बैटरी खराब हो तो इसे न चलाएं। धुआं निकलने पर बंद करने में देरी न करें और कार पुरानी हो तो ज्यादा देर तक न चलाएं।
3. गाड़ी की समय समय पर सर्विसिंग किसी एक्सपर्ट से ही कराएं। यूं ही सस्ते के चक्कर में किसी मैकेनिक को न दें। अप्रशिक्षित मेकैनिक फिटिंग करते वक्त कई बार तारों को खुला छोड़ देते हैं या तारों को सही तरीके से नहीं जोड़ते। ये शॉर्ट सर्किट की एक बड़ी वजह है।
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