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सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद धड़ल्ले से हो रहा पॉलीथिन का प्रयोग

locationमथुराPublished: Aug 20, 2017 04:43:00 pm

पॉलीथीन पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने के लिए जनात को भी आगे आना होगा, बिना जनता के सहयोग के यह कार्य संभव नहीं है।

Polythene
मथुरा। सुप्रीम कोर्ट की रोक के बाद भी धार्मिक नगरी वृन्दावन में पॉलीथिन का प्रयोग जारी है। पालीथिन प्रयोग की वजह से न केवल शहर में भरी गंदगी फ़ैल रही है, बल्कि करोड़ों लोगों की आस्था का केंद्र यमुना नदी में भी प्रदूषण बढ़ रहा है। हालांकि स्थानीय प्रशासन हर बार की तरह पॉलीथिन के चलन को पूर्णतः प्रतिबन्धित करने के दावे कर रहा है ये दावे हमेशा की तरह खोखले ही नजर आते हैं।
बाजार में धड़ल्ले से हो रहा पॉलीथिन प्रयोग

पत्रीका टीम ने कोर्ट के आदेशों पर पॉलिथिन के दावों की पड़ताल की तो हकीकत हैरान करने वाली थी। शहर में धड़ल्ले से पॉलिथिन का प्रयोग हो रहा था। सबसे पहले हम पहुंचे मथुरा की डीग गेट सब्जी मंडी, यहां हर दुकानदार कोर्ट के आदेशों को ताक पर रखकर खुलेआम पॉलीथिन के बैग में सब्जी भर कर बेच रहे है। जहां भी नजर गयी वहां पॉलीथिन ही पॉलीथिन नजर आ रही है। चाहे वो सब्जी बाला हो चाहे वो कपड़े की दुकान सभी पॉलीथिन का प्रयोग खुलेआम कर रहे हैं।
युमना में बढ़ते प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए दिया था आदेश

यमुना नदी को प्रदूषित करने में पॉलीथिन बड़ा कारण है। नाली नालो के माध्यम से यमुना में भारी मात्रा में पॉलीथिन बह कर पहुंच रही है। यमुना के घटों पर इस कदर गंदगी फैली हुई है कि वहां पर श्रद्धालुओं का ठहरना भी मुश्किल हो रहा है। आस्था की प्रतीक यमुना के जल का आचमन करने के लिए दूर दराज से लोग आते तो हैं, मगर घाटों पर भारी गंदगी देख कर उनकी भावनाएं आहत होती हैं। इन्ही सब बातों को ध्यान में रखकर सुप्रीम कोर्ट ने कई वर्ष पूर्व पॉलीथिन के प्रयोग को मथुरा वृन्दावन में पूरी तरह से प्रतिबंधित कर दिया था। लेकिन स्थानीय प्रशासन ने सर्वोच्च न्यायालय के इन आदेशों को खास तवज्जो नहीं दी इसी का परिणाम है कि बाजार हो या सब्जी मण्डी या फिर मन्दिर देवालय हों, सभी जगहों पर बेखौफ होकर सुप्रीम कोर्ट के आदेशों की धज्जियां उड़ायी जा रही हैं। पालीथीन का खुलेआम प्रयोग किया जा रहा है।
प्रशासन की लापरवाही

पॉलीथीन पर पूर्णत: प्रतिबंध लगाने के लिए जनात को भी आगे आना होगा। बिना जनता के सहयोग के यह कार्य संभव नहीं है लेकिन प्रशासन का गैरजिम्मेदाराना रवैया भी पॉलीथिन के खुलेआम प्रयोग के लिए जिम्मेदार है। प्रशासनिक अधिकारी पॉलिथिन के धड़ल्ले से हो रहे प्रयोग पर आंखें बंद किए हुए है। जब सिटी मजिस्ट्रेट बसंत अग्रवाल से जब बात की गयी तो उन्होंने कहा कि हमारे द्वारा अभियान चलाकर पॉलीथिन बैन पर कार्रवाई की जा रही है। नगर निगम के द्वारा टीमें गठित की गई हैं, जो समय-समय पर जाकर कार्रवाई करती हैं। अगर किसी दुकानदार पर पॉलीथिन बैग मिलता है तो उसका हम चालान करते हैं और इस अभियान में और भी तेजी लाई जाएगी। माननीय सर्वोच्च न्यायालय के आदेशों का कड़ाई से पालन किया जाएगा।
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