इंटरमीडिएट में रहे कई छात्र-छात्राएं अनुपस्थित योगी सरकार की मंशानुसार प्रदेश में नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए प्रशासन ने अपनी कमर कस ली है। छह तारीख को सुबह की पाली में हाईस्कूल का गृह विज्ञान का पेपर था और दूसरी पाली में इंटरमीडिएट का हिंदी का पहला पेपर। हमने शहर के कई स्कूलों में जाकर जायजा लिया और परीक्षाओं का हाल जाना। सबसे पहले हम पहुंचे मथुरा के जैन इंटर कॉलेज यहां हमने परीक्षाओं का जायजा लिया इस कॉलेज में शांति पूर्ण ढंग से छात्र छात्राएं परीक्षा दे रहे थे। प्रशासन की तरफ से परीक्षाओं को शांति पूर्ण ढंग से कराने के लिए सुरक्षा के पुख्ता इंतेजामात किये गए हैं और हर परीक्षा केंद्र पर पुलिस बल तैनात किया गया है। परीक्षा केंद्र के 200 मीटर के दायरे में किसी भी व्यक्ति को जाने की इजाजत नहीं है ।
275 में से 190 बच्चे ही पहुंचे परीक्षा देने इसके बाद हम पहुंचे चंपा अग्रवाल कॉलेज और चमेली देवी अन्तर गर्ल्स इंटर कॉलेज यहां भी इसी तरह का नजारा देखने को मिला। यहां भी शांति पूर्ण ढंग से परीक्षा चल रही थी। परीक्षा की जानकारी देते हुई जैन इंटर कॉलेज 84 के प्रधानाचार्य निखिल अग्रवाल ने कहा कि सामान्य हिंदी का इंटरमीडिएट का पेपर चल रहा है दूसरी पाली का लगभग 30 प्रतिशत बच्चे अनुपस्थित हैं। जितने पंजीकृत हैं उनमे से 275 बच्चों को पेपर में बैठना था और 190 छात्र छात्राएं परीक्षा में बैठे हैं सरकार बदलने से नियम और कानून बदल गया है। शासन की मंशा के अनुरूप नकल विहीन परीक्षा कराने का निर्देश है उसी के आधार पर हम परीक्षाओं को नकल विहीन कराने में लगे हुए हैं।
नकल के लिए बदनाम रहा है मथुरा बता दें कि मथुरा नकल के लिए पूरे प्रदेश में विख्यात है। यही कारण है कि मथुरा नें नकल विहीन परीक्षा कराने के लिए प्रशासन सख्त है। इस बार जो छात्र छात्राएं पढ़ने वाले थे वो ही पेपर देने आये हैं और उनकी परीक्षाएं नकल विहीन और शांति ढंग से हो रही है।