नशा, सट्टा-जुआ का आदी है आरोपी
जिले के थाना गोविंद नगर क्षेत्र में रहने वाला दिलशाद नशा करने और सट्टा-जुआ खेलने का आदी है। उसकी पत्नी जाहिरा साड़ी फैक्ट्री में काम करने के साथ ही पायल बनाने का काम करती हैं। घर का खर्च जाहिरा की ही कमाई से चलता है। उनके दो बच्चे सात वर्षीय तमन्ना और आठ वर्षीय साबिर डीगगेट स्थित मोमिन आइडियल प्राइमरी स्कूल में एलकेजी और कक्षा एक में पढ़ते हैं। मंगलवार को जाहिरा अपने दोनों बच्चों तमन्ना और साबिर को लेकर एसपी सिटी ऑफिस पहुंची और बताया कि उसका पति दोनों बच्चों को पढ़ने जाने से रोकता है। वो बच्चों से मजदूरी कराना चाहता है।
बच्चों के स्कूल बैग छीन
जाहिरा का कहना है कि दोनों बच्चे जब स्कूल जाते हैं तो दिलशाद उनसे उनका स्कूल बैग और किताब-कॉपी छीन लेता है। बच्चे विरोध करते हैं तो उनके साथ मारपीट भी करता है। दो बार उसने बच्चों की फीस जमा करने को अपने पति को रुपए भी दिए थे लेकिन दिलशाद ने बच्चों की फीस भरने के बजाय अपने शौक पूरे करने में उड़ा दिए।
पढ़ना चाहते हैं मासूम
मासूम तमन्ना की ख्वाहिश है कि वो पढ़-लिखकर अधिकारी बने, लेकिन उसका पिता ही उसके सुनहरे सपनों के आड़े आ रहा है। दोनों बच्चों ने भी एसपी सिटी से कहा कि अंकल हमें स्कूल जाना है। हम पढ़ना चाहते हैं लेकिन हमारे पापा हमें काम पर लगाना चाहते हैं। मासूमों की फरियाद सुनकर एसपी सिटी एसपी सिटी श्रवण कुमार का भी दिल पसीज गया। उन्होंने इस मामले को सुलझाने के निर्देश थाना गोविंद नगर पुलिस को दिए हैं।
मासूम तमन्ना की ख्वाहिश है कि वो पढ़-लिखकर अधिकारी बने, लेकिन उसका पिता ही उसके सुनहरे सपनों के आड़े आ रहा है। दोनों बच्चों ने भी एसपी सिटी से कहा कि अंकल हमें स्कूल जाना है। हम पढ़ना चाहते हैं लेकिन हमारे पापा हमें काम पर लगाना चाहते हैं। मासूमों की फरियाद सुनकर एसपी सिटी एसपी सिटी श्रवण कुमार का भी दिल पसीज गया। उन्होंने इस मामले को सुलझाने के निर्देश थाना गोविंद नगर पुलिस को दिए हैं।