इनके कब्जे से छह चोरी की बाइक भी बरामद दिखाई हैं। गिरफ्तार अभियुक्तों में एक ने बताया कि उसने मोटरसाइकिल खरीदी थी। उसके पास उसकी आरसी भी है, मोटरसाइकिल पर लोन था इसलिए जिससे खरीद थी उसने नाम नहीं की। वह लोन जमा करने के बाद मोटरसाइकिल नाम करने की कह रहा था, इस पर उसने चोरी का इल्जाम लगा दिया। वहीं दूसरे अभियुक्त ने कहाकि जिस मोटरसाइकिल से मैं थाने आया वह मेरी है, मेरे नाम पर है वह मोटरसाइकिल थाने में खड़ी है। तीसरे अभियुक्त ने पुलिस अधिकारियों के सामने बताया कि उसे गांव में दुकान से पुलिस उठा कर लाई है। ग्रामीण इस बात के गवाह हैं। पकड़े गये युवक ने यही भी बताया कि पुलिस ने तीन लोगों को पकड़ा था। उसके दो साथियों को पुलिस ने लेनदेन कर छोड़ दिया है।
मामले में घिरता देख एसपी सिटी अशोक कुमार मीणा ने कहाकि हर अपराधी फंसने के बाद खुद को निर्दोश बताता है। इस मामले में भी यही हो रहा है। पुलिस ने कार्रवाई ठीक की है, पुलिस का यह सराहनीय और साहसिक कार्य है।
इनपुट- सुनील शर्मा