डॉ. पीके शर्मा ने कहा कि स्वस्थ रहने के लिए एक व्यक्ति को दिन में मात्र 5 ग्राम नमक और 15 ग्राम चीनी का उपयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि पहले संचारी रोग के मामले ज्यादा आते थे, पर आज गैरसंचारी रोगों के मामले ज्यादा हो गये हैं। 100 में से 60 मौतें गैर संचारी रोग के कारण हो रही हैं। उन्होंने कहा कि अगर व्यक्ति नमक, चीनी और मैदा जैसी चीजों से परहेज कर ले तो उसको काफी हद तक बीमारियों से छुटकारा मिलसकता है। लोगों को टेंशन लेने की जगह खुश रहने की जरूरत है।
डॉ. यूके त्रिपाठी ने कहा कि व्यक्ति के आहार और विचार अच्छे होंगे तो उसे तमाम तरह की बीमारियों से ऐसे ही छुटकारा मिल जायेगा। व्यक्ति को अपने स्वाद के अनुसार खाना चाहिए पर पचाने के लिए शरीर से उतना ही परिश्रम भी जरूर करना चाहिए। व्यस्त रहेंगे तो स्वस्थ रहेंगे। डॉ. रचना ने कहा कि लोगों को पाजीटिव सोच रखनी चाहिए। जिला मलेरिया अधिकारी डॉ. रमाकान्त ने कहा कि सुबह-सुबह व्यायाम अच्छी सेहत के लिए बहुत जरूरी है। जो लोग सुबह एक से दो किलोमीटर तक तेज कदम से चलते है, वह काफी बीमारियों की चपेट से दूर रहते हैं। कार्यक्रम के दौरान डॉ. अशोक मिश्र, डॉ. अशिमा भटनागर सहित काफी लोगों ने अपने विचार व्यक्त किये। कार्यक्रम का आयोजन राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन एनपीसीडीएसीएस के तहत किया गया।
ये लक्षण होने पर तत्काल डाक्टर से करें सम्पर्क
– तेज सिरदर्द
– सीने में दर्द या भारीपन
– चक्कर आना
– सांस लेने में परेशानी
– चेहरे, बांह या पैर में अचानक सुन्न या झुनझुनी आना
– अचानक घबराहट, समझने बोलने में कठिनाई
– किसी चीज को निगलने में कठिनाई