बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ द्वारा बेसिक शिक्षा परिषद के स्कूलों में शिक्षकों और विद्यार्थियों की उपस्थिति से लेकर मीड डे मिल तक निगरानी के लिए प्रेरणा एप और प्रेरणा वेब पोर्टल लॉन्च किया गया है। प्रेरणा एप के जरिए स्कूल में उपस्थिति दर्ज करनी होगी। शिक्षकों को बच्चों के साथ सेल्फी लेकर एप पर अपलोड करना होगा। परिषदीय स्कूलों और कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में विद्यार्थियों के लर्निंग आउटकम का आंकलन भी पोर्टल के जरिए किया जाएगा। इसके साथ ही नियमित बैठक, प्रार्थना सभा, खेलकूद और यूनिफार्म वितरण सहित अन्य गतिविधियों की फोटो भी अपलोड करेंगे। स्कूलों का निरीक्षण करने वाले अधिकारियों को भी पोर्टल और एप पर फोटो अपलोड करनी होगी।
प्रदर्शन कर रहे शिक्षक नेता कृष्णा नन्द राय ने बताया कि इस एप के तहत शिक्षकों, शिक्षिकाओं और छात्राओं के निजीता का हनन होगा। एप के माध्यम से स्कूल में तीन टाइम छात्रों के साथ सेल्फी भेजने का नियम है। इस लिए अध्यापक को हमेशा मान्सिक रुप से परेशान होना पङेगा। कुछ विद्यालय ऐसे भी है जहा पर नेटवर्क की समस्या भी बनी रहती है। जिससे अध्यापक छात्रों के शिक्षा देने के जगह सेल्फी को एप पर भेजने में ही परेशान रहेगा। कुल मिलाकर सरकार की इस मंसा से शिक्षकों को परेशानी होगी। शिक्षक सरकार से वादा करते है कि वह पहले से और बेहतर छात्रों को शिक्षा देने का काम करेगे। लेकिन इस एप को हटा कर शिक्षकों मान्सिक रुप से प्रताङित ना किया जाये। आगे बताया कि इसके बाद 11 और 12 सितम्बर को हम लोग प्रदर्शन करने के बाद 13 को विशाल प्रदर्शन कर जिलाधिकारी के माध्यम से सीएम योगी को ज्ञापन सौपेंगे।