पुलिस लाइन सभागार में गिरफ्तारी की कार्रवाई का खुलासा करते हुए एसपी ग्रामीण चिराग जैन ने बताया कि 29 सितंबर की आधी रात को अपने नए घर के बरामदे में सो रहे पूर्व प्रधान श्रीराम चौहान की कनपटी पर गोली मारकर हत्या के मामले में उनके विश्वसनीय साथी व घटना के समय उनके बगल की चारपाई पर सो रहे दिव्यांग सतीराम चौहान को गिरफ्तार किया गया।
वह पहले दिन से ही जांच के दायरे में था। क्योंकि बगल में सोने के बाद भी तमंचे से फायरिंग की आवाज नहीं सुनने की बात उसने कही थी। पूछताछ में सतिराम ने बताया कि अपने भाई की पत्नी को गांव में पंचायत सहायिका की नौकरी लगाने के लिए वर्तमान प्रधानपति राम सेवक चौहान से संपर्क किया था। तब वर्तमान प्रधान पति ने चुनावी रंजिश व मुकदमेबाजी के चलते पूर्व प्रधान की हत्या करने पर नौकरी के साथ ही ₹50,000 देने का लालच सतिराम चौहान को दिया।
इसके बाद प्रधान के पुत्र सुरेंद्र चौहान और सुरेंद्र के पुत्र शुभम चौहान भी साजिश में शामिल हो गए। घटना वाली रात पूर्व प्रधान श्री राम चौहान अपने पुराने घर से रात में 9:00 बजे अपने नए घर के बरामदे में रोज की तरह जाकर सोए और उनके बगल की चारपाई पर सती राम चौहान सो गया। रात में ही सुरेंद्र चौहान ने सतीराम को तमंचा उपलब्ध कराया। इसके बाद ठीक 12:00 बजे सतिराम चौहान ने श्री राम चौहान की कनपटी पर फायर कर दिया। 12:00 बजे का समय इसलिए तय किया कि लोग समझे कि बर्थडे को लेकर किसी ने आतिशबाजी की है।
गोली लगने के बाद दिव्यांग सतिराम वहीं रह गया जबकि अन्य आरोपी मौके से भाग गए। जब मौके पर कोई नहीं आया तब तसल्ली होकर होने पर सतिराम तमंचा लेकर अपने घर में छुपा दिया था।